न्यूयॉर्क: एएनआई: सीरिया में 11,000 आईएसआईएल आतंकवादियों (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट) की उपस्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, संयुक्त राष्ट्र में भारत में स्थायी उप प्रतिनिधि नागराज नायडू ने कहा कि बाहरी देशों की भागीदारी के कारण सीरिया में 11,000 आईएसआईएल आतंकवादी(इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट) फिर से लाए गए हैं जो चिंता का विषय हैं
नायडू से आग्रह किया कि सीरिया में बाहरी ताक़तों ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। उत्तर पूर्व में 11,000 आईएसआईएल आतंकियों की उपस्थिति गंभीर चिंता का विषय है। इसलिए सभी दलों को सीरिया में आतंकवाद और आतंकवादी संगठनों से लड़ने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करना चाहिए।
बता दें कि उन्होंने ऐसे तो सीरिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका और इस्राईल का नाम नहीं लिया लेकिन ये बात साफ़ है कि इस देश को आतंकवाद की आग में डालने के लिए इन दोनों देशों का बहुत बड़ा हाथ है
उप प्रतिनिधि ने ये भी कहा कि इन गुज़रे हुए 10 साल में आईएसआईएल आतंकियों ने सीरियाई लोगों को बहुत पीड़ा पहुंचाई है। और आज देश को COVID 19, सर्दियों और खाद्य असुरक्षा की जटिल स्थिति का सामना कर रहा है, जिसकी वजह से 17 मिलियन सीरियाई लोगों का भविष्य को खतरे में पड़ गया है जिसमें 6.2 मिलियन लोग ऐसे है जिनके पास रहने को घर तक नहीं है
सीरिया के लिए भारतीय मानवीय सहायता के बारे में बात करते हुए, उप स्थायी प्रतिनिधि ने कहा “भारत इस गंभीर समय में सीरिया के लोगों के साथ खड़ा है। हमने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चैनलों के माध्यम से मानवीय सहायता में 12 मिलियन डॉलर का विस्तार किया है। पीछे साल जुलाई में महामारी से निपटने के लिए भारत ने 10 से अधिक मीट्रिक टन चिकित्सा का सामान सीरिया पहुंचाया था। इस महीने के शुरू में, 2000 से अधिक मीट्रिक टन (मीट्रिक टन) चावल भी सीरिया भेजा गया है। आगे हम सीरिया को COVID-19 की वैक्सीन भी देंगे ।
ग़ौरतलब है कि उन्होंने कहा, “सीरिया का विश्वसनीय और पुराना भारत सीरिया के लोगों को हर संभव मदद और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।