दमिश्क़ का आरोप, तुर्की ने रूस को दिए अपने वादों पर अमल नहीं किया दमिश्क़ से अस्ताना अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के 17 वें दौर में भाग लेने के लिए कज़ाखस्तान की राजधानी नूर सुल्तान की यात्रा करने वाले सीरियाई उप विदेश मंत्री अयमान सुसान ने कहा कि तुर्की ने रूस से अपने वादे पूरे नहीं किए हैं।
दमिश्क़ के उप विदेश मंत्री ने कहा कि अगर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोगान के तहत रूस के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करता तो हम अधिक रचनात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते थे। रशिया टुडे ने सीरियाई अधिकारी के हवाले से कहा कि तुर्की ने अपने सभी दायित्वों को पूरा नहीं किया है, हालांकि संकट को हल करने में मदद करने की उसकी तीव्र इच्छा है।
दूसरी ओर, सीरिया में रूस के दूत अलेक्जेंडर लावरेंटयेव ने कहा कि मास्को ने उत्तरी सीरिया की स्थिति पर अंकारा के साथ गहन संपर्क स्थापित किया है। तुर्की और रूस के संबंध किसी से दबे-छिपे नहीं हैं। ऐसा माना जाता है कि दोनों के बीच अच्छे संबंध हैं लेकिन अगर ध्यान से देखें तो ये संबंध केवल व्यापार और पर्यटन में देखने को ही मिलते हैं।
इन संबंधों में हक़ीक़त ये दिखाई देती है कि कई मोर्चों पर तुर्की और रूस एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इतने व्यापारिक सहयोग के बावजूद दोनों देशों के संबंधों के बीच कई जगहों पर बिगाड़ भी हैं और वो है युद्ध के क्षेत्र में। दोनों के लिए सबसे बड़ा युद्ध है सीरिया।
सीरिया में रूस जहां बशर अल असद सरकार समर्थित फ़ौजों के साथ है वहीं तुर्की विद्रोही लड़ाकों को समर्थन देता रहा है।