इस्राईल में कोरोना का क़हर, एक दिन में 11 हज़ार से अधिक मामले दुनिया भर में हाहाकार मचा रहा कोरोना वायरस का क़हर अपने चरम पर है।
इस्राईल में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएन्ट यहां तेजी से फ़ैल रहा है। 24 घंटे से भी कम समय में इस्राईल 10943 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
जनवरी के बाद से इस देश में कोरोना संक्रमण के यह सबसे अधिक आंकड़ा है। इससे पहले 18 जनवरी को इस्राईल में कोरोना के 10118 मामले दर्ज किए गए थे। इस्राईल सरकार ने एक बार फिर देश भर में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
इस्राईल की गिनती दुनिया के उन देशों में होती है जहां सबसे तेजी से वैक्सीनेशन किया गया था। एक बार फिर इस्राईल सरकार ने सुरक्षा उपायों को बेहतर तरीके से लागू करने का वादा किया है।
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद भी इस्राईल बुधवार से स्कूलों को खोलने की जिद पर अड़ा हुआ है।
देश के प्रधानमंत्री अपने पूर्ववर्ती बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की ओर से लॉकडाउन लागू करने के घोर आलोचक रहे हैं। नफताली बैनेट ने कहा है कि कोरोना वायरस कंट्रोल पाने के लिए हमें टीकाकरण एवं सुरक्षा उपाय अपनाने होंगे।
हम मास्क पहनने जैसे सुरक्षात्मक उपायों एवं टीकाकरण के माध्यम से कोरोना वायरस के नए मामलों में हो रही बढ़ोतरी को रोक सकते हैं।
याद रहे कि इस्राईल ने कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया में सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाया था यहाँ दो दो डोज़ लेने वाले भी डेल्टा वेरिएंट की चपेट में आ रहे हैं।
इस्राईल में जो वयस्क कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से आधे ऐसे हैं, जो पूरी तरह वैक्सीनेटिड हैं। इन लोगों को फाइजर की कोविड वैक्सीन लगी है।
वॉल स्ट्रीट जरनल की एक रिपोर्ट के अनुसार इस्राईल में वायरस के नए मामलों के लिए डेल्टा वेरिएंट 90 फीसदी जिम्मेदार है।