बाइडेन और नेतन्याहू के बीच, आज ईरान के मुद्दे पर होगी बााचीत करेंगे: आक्सियस
आक्सियस की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच आज एक महत्वपूर्ण टेलीफोनिक बातचीत होगी, जिसका मुख्य फोकस ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते तनावों पर रहेगा। इस बातचीत में मुख्य रूप से ईरान के खिलाफ संभावित इज़रायली सैन्य कार्रवाइयों पर चर्चा की जाएगी, खासकर ऐसे समय में जब इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान और इज़रायल के बीच परमाणु और सैन्य गतिविधियों को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है।
तीन अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, बाइडेन प्रशासन इस टेलीफोन कॉल का उपयोग इज़रायल के प्रतिशोधी कदमों पर लगाम लगाने के लिए करना चाहता है, ताकि कोई ऐसी कार्रवाई न हो जो मौजूदा तनाव को और बढ़ा दे। अमेरिकी अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अगर इज़रायल ईरान पर हमला करता है, तो वह हमला किसी महत्वपूर्ण लक्ष्य पर हो और इसका जवाब सटीक और संतुलित हो, न कि अत्यधिक उग्र या अनुपातहीन।
इसके अलावा, व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिससे संकेत मिलता है कि ये बातचीत निजी हो सकती है।
इस बातचीत का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि हाल के हफ्तों में कुछ रिपोर्टें सामने आई थीं जिनमें कहा जा रहा था कि इज़रायल ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला कर सकता है। इस संदर्भ में बाइडेन ने इज़रायल को स्पष्ट रूप से आगाह किया है कि ईरान की ऊर्जा या परमाणु स्थलों पर किसी भी हमले को अत्यधिक सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। उन्होंने इज़रायल से कहा है कि उसका जवाब ईरान द्वारा हाल ही में इज़रायल पर किए गए हमलों के अनुरूप और संतुलित होना चाहिए।
इस बातचीत से पहले, अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इज़रायली रक्षामंत्री योआव गैलेंट से स्पष्ट रूप से कहा है कि अमेरिका नहीं चाहता कि इज़रायल ईरान के खिलाफ कोई ऐसा कदम उठाए जो तनाव को और अधिक बढ़ा दे। अमेरिका का उद्देश्य यह है कि इज़रायल ईरान के साथ ऐसे प्रतिशोधी कदमों से बचे, जो दोनों देशों के बीच नए सिरे से युद्ध की स्थिति पैदा कर सकते हैं।
ईरान की ओर से भी चेतावनी दी गई है कि अगर इज़रायल ईरान की किसी भी सैन्य या परमाणु सुविधा पर हमला करता है, तो इसका जवाब हाल ही में ईरानी सेना द्वारा इज़रायली क्षेत्रों पर किए गए मिसाइल हमले से भी अधिक कठोर और तीव्र होगा। ईरान ने संकेत दिया है कि वह इज़रायल के किसी भी आक्रामक कदम का गंभीरता से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे क्षेत्रीय संघर्ष और भी अधिक बढ़ सकता है।
इस समय ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति, खासकर ईरान के परमाणु कार्यक्रम और इज़रायल की सैन्य रणनीतियों को लेकर, अमेरिका के लिए भी चिंता का विषय बनी हुई है। ऐसे में यह फोन कॉल इज़रायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को नियंत्रित करने और दोनों पक्षों को कूटनीतिक समाधान की ओर धकेलने का एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।