ग़ाज़ा में घायल अमेरिकी सैनिक की मृत्यु, अमेरिकी मानवीय सहायता पर उठे सवाल
अमेरिकी सेना ने हाल ही में जानकारी दी कि ग़ाज़ा पट्टी के तट पर एक गैर-लड़ाकू मिशन में घायल हुए एक सैनिक की मौत हो गई है। यह सैनिक, सार्जेंट क्वांडेरियस डायोन स्टेनली, मई महीने में ग़ाज़ा में तट पर स्थित स्केल (पोताश्रय) के निर्माण के दौरान घायल हो गए थे। इस ऑपरेशन को “ग़ाज़ा के लोगों के लिए मानवीय सहायता बढ़ाने” के उद्देश्य से किया गया था, लेकिन स्टेनली की गंभीर चोटों के चलते उनकी जान चली गई। वे लंबे समय तक एक चिकित्सा केंद्र में उपचाराधीन थे, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
अमेरिकी सेना का बयान
अमेरिकी सेना ने एक बयान जारी कर सार्जेंट स्टेनली की मौत की पुष्टि की, लेकिन उनके मृत्यु का सटीक समय नहीं बताया। अमेरिकी सेना के अनुसार, स्टेनली का स्वास्थ्य इस मिशन के दौरान गंभीर रूप से बिगड़ गया था और लंबे इलाज के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। स्केल निर्माण के दौरान तीन अमेरिकी सैनिक घायल हुए थे, जिनमें से दो सैनिकों को हल्की चोटें आई थीं और वे अपनी ड्यूटी पर वापस लौट गए, लेकिन स्टेनली की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया था।
मानवीय सहायता के नाम पर शुरू हुआ मिशन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ग़ाज़ा के लोगों को “मानवीय सहायता” प्रदान करने के लिए इस विशेष स्केल का निर्माण करवाया था। जुलाई में इस स्केल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया। एक हजार से अधिक अमेरिकी सैनिकों ने इस परियोजना में भाग लिया। परंतु इस स्केल के निर्माण के बाद, यह केवल बेहद कम मात्रा में ही सहायता प्रदान कर सका, जिससे इसके उद्देश्यों पर सवाल उठ रहे हैं।
अमेरिकी सेना की सफाई और असफलता के कारण
अमेरिकी अधिकारियों ने इस असफलता का कारण कई बातों को बताया, जिनमें ग़ाज़ा पर इज़रायली हमलों के कारण उत्पन्न खतरनाक परिस्थितियाँ, मौसम की खराब स्थिति और आग का घटना प्रमुख हैं। साथ ही, अमेरिकी सेना ने माना कि सहायता प्रदान करने के लक्ष्य में सही अनुमान नहीं लगाया गया था, जिससे मिशन असफल साबित हुआ। ग़ाज़ा पट्टी में तट पर अमेरिकी उपस्थिति और इसके मानवीय मिशन की सफलता पर सवाल उठ रहे हैं। इस मिशन में शामिल सैनिकों को लगातार खतरे का सामना करना पड़ा, जिससे स्टेनली की मौत जैसे हादसे हुए।