डोनाल्ड ट्रम्प की विदाई और अमेरिकी सत्ता में जो बाइडन की आमद के साथ ही इराक और सीरिया में आतंकी गुटों की गतिविधियां एक बार फिर से बढ़ गयी हैं । बाइडन के उप राष्ट्रपति रहते हुए ही इन देशों को अस्थिर करने के लिए अमेरिका ने आईएसआईएस का गठन किया था जिसका इक़रार पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प कई बार कर चुके हैं । अब इराक और सीरिया में इस आतंकी संगठन की बढ़ती गतिविधियों ने क्षेत्र को लेकर नई आशंकाओं को जन्म दे दिया है। अमेरिका में बाइडन के सत्ता संभालने के बाद से ही इराक में आतंकी हमलों में तेज़ी आ गयी है।
विश्लेषकों का कहना है कि इन हमलों का उद्देश्य इराक में अमेरिकी सेना को रुकने के बहाने उपलब्ध कराना है वहीँ इराक की पार्लियामेंट्री सिक्योरिटी एंड डिफेंस समिति के वरिष्ठ सदस्य करीम अलीवी ने कहा कि अमेरिका और कुछ अरब देश इराक में मौजूद आतंकी समूहों का समर्थन कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि हमारी ख़ुफ़िया एजेंसियां आतंकियों के खिलाफ अपना अभियान तेज़ कर दें ताकि देश पर होने वाले आतंकी हमलों को रोका जा सके। सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहना होगा आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में तेज़ी आएगी।
करीम अलीवी ने कहा कि अमेरिका इराक में अपनी सेना को रोके रखने के लिए इराक को आग में झोंकने के लिए पूरी तरह तैयार है। याद रहे कि बृहस्पतिवार को बग़दाद के तैरान क्षेत्र में दो बम धमाकों में 32 लोग मारे गए थे वहीँ 110 घायल हो गए थे। इराकी सुरक्षा बलों के अनुसार कल भी सलाहुद्दीन प्रान्त में सुरक्षा बलों के हेडक्वार्टर पर आईएसआईएस ने अमेरिका के सहयोग से हमला किया था।