अल-क़स्साम ने इजरायली ड्रोन का उपयोग इज़रायल पर ही कर दिया

अल-क़स्साम ने इजरायली ड्रोन का उपयोग इज़रायल पर ही कर दिया

इजरायली मीडिया की आज सुबह (सोमवार) प्रकाशित रिपोर्टों में एक महत्वपूर्ण घटना का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, “कतायब इज़्ज़ुद्दीन अल-क़स्साम,” जो हमास की सैन्य शाखा है, ने एक इजरायली ड्रोन को गिराने के बाद उसकी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ग़ाज़ा के आसपास स्थित इजरायली बस्तियों को निशाना बनाया। यह घटना न केवल इजरायली सेना के लिए एक बड़ी रणनीतिक विफलता है, बल्कि यह हमास की तकनीकी क्षमता और रचनात्मकता को भी उजागर करती है।

इजरायली सेना की स्वीकारोक्ति
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने आज औपचारिक बयान जारी कर स्वीकार किया कि हमास ने एक इजरायली ड्रोन को गिराने के बाद उसे ग़ाज़ा के आसपास की बस्तियों की ओर भेजा। यह पहली बार है जब इजरायली सेना ने खुलकर स्वीकार किया है कि उसका सैन्य उपकरण हमास के हाथों में पड़ने के बाद उसके खिलाफ इस्तेमाल हुआ।

खबर को छुपाने की कोशिश
इजरायली सूत्रों के अनुसार, सेना ने इस घटना को सार्वजनिक होने से रोकने का हरसंभव प्रयास किया। हालांकि, जब कुछ स्वतंत्र स्रोतों ने इस खबर को प्रकाशित किया, तो सेना को मजबूरी में इसे स्वीकार करना पड़ा। यह घटना इजरायली सुरक्षा प्रतिष्ठान की छवि पर गहरा प्रभाव डाल सकती है और इस बात को रेखांकित करती है कि ग़ाज़ा में प्रतिरोध समूहों की क्षमताएं लगातार बढ़ रही हैं।

हमास की प्रतिक्रिया और आरोप
हमास की सैन्य शाखा ने इस घटना को “तकनीकी कौशल और प्रतिरोध की ताकत” का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना इजरायली सेना की कमजोरियों और उनकी वास्तविक स्थिति को उजागर करती है। इसके साथ ही, हमास ने आरोप लगाया कि इजरायली सेना बार-बार संघर्ष के सही आंकड़े पेश करने में नाकाम रहती है।

हमास ने कहा कि इजरायली सेना द्वारा दिए गए गलत आंकड़ों में न केवल संघर्ष में होने वाले हताहतों की संख्या को कम दिखाया जाता है, बल्कि प्रतिरोध समूहों के हमलों से हुए नुकसानों को भी छुपाया जाता है।

प्रतिरोध समूहों का दावा
पिछले एक साल के दौरान, फिलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों ने कई बार बयान जारी कर यह स्पष्ट किया है कि इजरायली सेना वास्तविक आंकड़े छुपाती है। उनका कहना है कि इजरायली सेना अपने नुकसान और प्रतिरोध की क्षमताओं को कम करके दिखाने की कोशिश करती है।

इस घटना ने यह भी दिखाया है कि फिलिस्तीनी प्रतिरोध न केवल सैन्य बल का उपयोग कर रहा है, बल्कि आधुनिक तकनीक और इजरायली उपकरणों को उल्टा इस्तेमाल करने में भी माहिर होता जा रहा है। यह घटना इजरायल और ग़ाज़ा के बीच जारी संघर्ष में एक नए मोड़ को दर्शाती है। यह इजरायल के लिए एक बड़ी चुनौती है वहीं, हमास और अन्य फिलिस्तीनी समूहों के लिए यह एक प्रेरणा है कि वे अपने तकनीकी कौशल को और उन्नत करें।

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