सऊदी अरब में 30 कैदियों को मौत की सजा सुनाई गई
यूरोपियन सऊदी ऑर्गनाइजेशन फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि सऊदी अरब में 30 क़ैदियों को मौत की सजा सुनाई गई है जिसमें 5 नाबालिगों भी शामिल हैं। यह सारे क़ैदी अपनी राय व्यक्त करने और प्रदर्शन करने से संबंधित आरोपों में गिरफ्तार किए गए थे।
अपनी प्रतिक्रिया में संगठन ने कहा कि निष्पादन फ़ाइल के साथ सऊदी अरब के आधिकारिक व्यवहार में कोई पारदर्शिता नहीं है क्योंकि मृत्युदंड का सामना करने वाले व्यक्तियों की संख्या दिखाने वाला कोई आधिकारिक डेटाबेस मौजूद नहीं है।
निर्णय का सामना करने वाले व्यक्ति के बारे में आवश्यक जानकारी तक पहुंचने के लिए परिवारों और कानूनी संस्थाओं के लिए कोई स्पष्ट और आसान तंत्र भी नहीं है। कई मामलों में परिवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले की मंजूरी के बारे में पता भी नहीं चल पाता है और न ही इसे लागू करने की जगह और समय के बारे में पता होता है।
मानवाधिकारों के लिए यूरोपीय सऊदी संगठन कुछ मामलों की निगरानी करने में सक्षम रहा है जहां क़ैदियों को मौत की सजा का सामना करना पड़ता है। इन आंकड़ों के अनुसार 30 क़ैदियों को मौत की सजासुनाई गई है। इनमें वे लोग भी हैं जिन पर अपनी राय रखने और प्रदर्शन करने से जुड़े आरोप हैं जिनमें से 5 नाबालिग हैं।
इस सूची में पारदर्शिता की कमी और मामलों तक पहुंचने में कठिनाई के कारण आपराधिक मामलों के आरोपी शामिल नहीं हैं। संगठन उन सभी मामलों तक नहीं पहुंच सका जिनमें व्यक्ति शांतिपूर्ण गतिविधि से संबंधित आरोपों का सामना कर रहे हैं।
इसके अलावा संगठन के दस्तावेज के अनुसार सैकड़ों विदेशी श्रमिकों को मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है। 2021 में सऊदी अरब ने कम से कम एक नाबालिग सहित 67 लोगों को मौत की सजा सुनाई थी । 2022 की शुरुआत से मार्च के अंत तक सऊदी अरब ने 117 लोगों को मार डाला जिनमें से 81 सामूहिक निष्पादन में मारे गए थे।