गोलान की पहाड़ियों पर मिसाइल हमले में 10 इज़रायलियों की मौत, 20 घायल

गोलान की पहाड़ियों पर मिसाइल हमले में 10 इज़रायलियों की मौत, 20 घायल

ग़ाज़ा: इज़रायल की कब्जे वाली गोलान की पहाड़ियों पर कल मिसाइल हमला किया गया, जिसमें 10 लोग मारे गए और 20 घायल हो गए। इज़रायल और लेबनान के लड़ाकों के बीच चल रही लड़ाई के दौरान यह अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है, जिस पर इज़रायल की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। इज़रायली इमरजेंसी सेवा ने बताया कि लेबनान से दागा गया मिसाइल माजदल शम्स के फुटबॉल ग्राउंड में गिरा, जहां बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे। यह हमला लेबनान में इज़रायली हमले के बाद किया गया है, जिसमें शनिवार को 4 लड़ाके मारे गए थे, जिनमें से एक हिजबुल्लाह का था।

हिज़बुल्लाह ने हमले से किया इनकार
इस बीच, इज़रायली सेना ने हमले के लिए हिज़बुल्लाह पर आरोप लगाया है, लेकिन उसने इस आरोप का खंडन किया है। हिज़बुल्लाह ने इस तरह भी हमले से साफ़ इनकार है। हालांकि इज़रायल ने हिज़बुल्लाह पर हमले का आरोप ज़रूर लगाया है लेकिन उसने अब तक कोई ठोस प्रमाण पेश नहीं किय है। इज़रायल पहले भी तरह के आरोप ईरान और हिज़बुल्लाह पर लगा चुका है, लेकिन आज तक किसी भी आरोप को सिद्ध नहीं किया है। दूसरी तरफ इज़रायल के आलोचक इस हमले का ज़िम्मेदार इज़रायल को मान रहे हैं। उनका मानना है कि, नेतन्याहू प्रशासन अपने देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहा है।

हमला हिज़बुल्लाह ने किया था: गैलेंट
इज़राइली रक्षामंत्री योआव गैलेंट ने जोर देकर कहा कि हिज़बुल्लाह इस हमले के लिए जिम्मेदार है और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने रविवार को माजदल शम्स में हमले के स्थल का दौरा किया और पुष्टि की कि सभी संकेतक यह संकेत दे रहे हैं कि यह हमला हिज़बुल्लाह ने किया था। फिर उन्होंने हमले में इस्तेमाल किए गए रॉकेट की विशेषताओं का उल्लेख किया। इज़रायली विदेश मंत्रालय ने भी रविवार को एक बयान में माजदल शम्स के हमले के लिए हिज़बुल्लाह को निश्चित रूप से जिम्मेदार ठहराया। इज़रायली आर्मी चीफ ऑफ स्टाफ हेर्जी हेलवी ने रविवार को उत्तर में युद्ध के अगले चरण में प्रवेश करने की घोषणा की। उन्होंने हमले के स्थल के दौरे के दौरान कहा कि उनकी सेना उत्तर में लड़ाई के अगले चरण के लिए अपनी तैयारियों को बढ़ा रही है। उन्हें पूरी तरह से पता है कि माजदल शम्स पर मिसाइल कहाँ से दागी गई थी।

यह मिसाइल ईरान निर्मित थी: इज़रायली मीडिया
इज़रायली न्यूज़ वेबसाइट्स ने उस मिसाइल की तस्वीर प्रकाशित की है जिससे गोलान की पहाड़ियों में माजदल शम्स के क्षेत्र को निशाना बनाया गया था। इज़रायली मीडिया का दावा है कि यह मिसाइल ईरान निर्मिथी थी और इसे हिज़बुल्लाह ने दागा था। इज़रायली मीडिया ने सेना के हवाले से कहा है कि यह हमला ‘फलक-1’ मिसाइल के साथ किया गया था। यह एक ईरानी निर्मित मिसाइल है जिसे हिज़बुल्लाह पहले भी इस्तेमाल कर चुका है। 50 किलोग्राम के बड़े वारहेड के साथ यह मिसाइल लेबनान के गांव शब्बा से माजदल शम्स तक दागा गया।

गोलान की पहाड़ियों पर हमले का हर सबूत हिज़बुल्लाह की ओर इशारा करता है: एंटनी ब्लिंकन
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हर सबूत इस ओर इशारा कर रहा है कि इज़रायल के कब्जे वाली गोलान की पहाड़ियों पर हमला हिज़बुल्लाह ने किया है। हम इज़रायल के रक्षा अधिकार के लिए उसके साथ खड़े हैं और उसके नागरिकों के साथ हैं ताकि वे अपना बचाव कर सकें। उन्होंने यह बात जापान में रविवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा यह पक्का संकल्प है कि हम ग़ाज़ा में जारी युद्ध को रुकवाएंगे क्योंकि यह युद्ध बहुत लंबा हो चुका है। इस युद्ध की कीमत बहुत अधिक हो चुकी है, इसमें बहुत सारी जानें जा चुकी हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि ‘हम चाहते हैं कि इज़रायल, फिलिस्तीन और लेबनान के लोग इस लड़ाई और हिंसा से सुरक्षित रहें। हम इस सिलसिले में इज़रायली सरकार से भी बात कर रहे हैं। हालांकि, इज़रायल के रक्षा अधिकार के लिए हमारा संकल्प पक्का है। इसलिए वे अपने रक्षा अधिकार के लिए जो चाहते हैं, हम उसे रोकना नहीं चाहते, लेकिन हम साथ ही यह भी चाहते हैं कि युद्ध का विस्तार न हो। यह लक्ष्य हमारा युद्ध के पहले दिन से चल रहा है और हम इसे जारी रखेंगे, लेकिन अब भी सबसे आसान और बेहतर हल यही है कि युद्धविराम हो।’

हमला हिज़बुल्लाह की ओर से हुआ है: जॉन किर्बी
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इज़रायली फुटबॉल ग्राउंड पर हमला हिज़बुल्लाह की ओर से हुआ है। जॉन किर्बी इससे पहले इस हमले की निंदा कर चुके हैं, जो लेबनानी सीमा की ओर से गोलान की पहाड़ियों को निशाना बनाते हुए एक फुटबॉल ग्राउंड में हताहतों का कारण बना। उन्होंने कहा कि इज़रायली सुरक्षा के लिए अमेरिकी समर्थन जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इज़रायल को कई तरह की चुनौतियों का सामना है। लेबनान की हिज़बुल्लाह और जहां से भी इज़रायल को खतरा होगा, अमेरिका इज़रायली सुरक्षा के लिए लोहे की ढाल बन जाएगा।

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