विपक्ष ने राज्यपाल कोश्यारी पर लगाया शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर औरंगाबाद में भाषण के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगा है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवाजी महाराज को पुराना रोल मॉडल बताते हुए युवाओं को नितिन गडकरी और शरद पवार जैसे मौजूदा नेताओं में से किसी एक को अपना आदर्श चुनने की सलाह दी थी। राज्यपाल के इस बयान की सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने निंदा की और कहा कि शिवाजी का उपहास उड़ाने वाले व्यक्ति का राज्य के राज्यपाल के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं, उन्हें बर्खास्त किया जाए.एनसीपी ने भी कोश्यारी के इस्तीफे की मांग की है।
आम आदमी पार्टी की मुंबई अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने कहा, ”राज्यपाल की महाराष्ट्र के आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में ऐसी बातें कहने की हिम्मत कैसे हुई?” इससे पहले भी वह महात्मा ज्योति राव फूले और सावित्री बाई फूले के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं।
प्रीति ने मांग की कि राज्यपाल को महाराष्ट्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संरक्षण में पले-बढ़े कोश्यारी द्वारा छत्रपति का अपमान महाराष्ट्र बर्दाश्त नहीं करेगा। कोश्यारी पहले भी कई बार महाराष्ट्र के नागरिकों का अपमान कर चुके हैं। उन्होंने महात्मा ज्योति राव फूले का अपमान करने के साथ-साथ यह भी कहा था कि मुंबई को गुजरातियों और मारवाड़ियों ने बनाया था।
औरंगाबाद में डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता नितिन गडकरी को सम्मानित किया है. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल कोश्यारी ने कहा, ‘जब हम स्कूल में पढ़ते थे तो हमारे शिक्षक हमसे पूछते थे कि आपका पसंदीदा नेता और रोल मॉडल कौन है?’ तो कुछ छात्र सुभाष चंद्र बोस का नाम लेते थे तो कुछ छात्र नेहरू का नाम लेते थे और कुछ छात्र गांधी जी का। मुझे लगता है कि अगर कोई आपसे पूछे कि आपका पसंदीदा हीरो (रोल मॉडल) कौन है, तो आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं है, वह आपको यहीं महाराष्ट्र में मिल जाएंगे, शिवाजी पुराने ‘युग’ (ज़माने ) की बात हैं ,मैं नए युग की बात कर रहा हूँ।
डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी और शरद पवार तक आपको यहीं मिल जाएंगे,उन्होंने छात्रों को पवार और गडकरी से प्रेरणा लेने की सलाह दी। राज्यपाल के बयान की एनसीपी ने भी निंदा की है.एनसीपी के जनसंपर्क अकाउंट ने ट्वीट किया कि , “महाराष्ट्र के प्रिय देवता छत्रपति शिवाजी महाराज,कल भी हमारे आदर्श थे ,आज भी हैं और कल भी रहेंगे,लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग ऐसी बौद्धिक क्षमता को समझने से वंचित हैं ।