पीएम मोदी के नेतृत्व में 2024 में फिर जीतेंगे चुनाव: गडकरी
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। नितिन गडकरी ने सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और सकारात्मक एजेंडे के आधार पर 2024 के लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर सरकार बनाने का दावा किया है।
आईएएनएस के साथ खास बातचीत के दौरान गडकरी ने सरकार के कामकाज, विपक्षी दलों के आरोपों, राजनीति से सन्यास लेने की खबरों और अपनी नाराजगी सहित तमाम मुद्दों पर खुलकर और बेबाकी से बातचीत की।
उन्होंने कहा देश की आजादी के 75 वर्ष हो गए हैं और हम लोग अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इन 75 सालों में कांग्रेस को देश में लगभग 60 साल काम करने का मौका मिला है। लेकिन हम कह सकते हैं कि जो काम कांग्रेस 60 साल में नहीं कर पाई उससे भी ज्यादा काम हमारी सरकार ने 9 साल के कार्यकाल में कर दिया है। भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।
आने वाले दिनों में भारत सुपर इकॉनमी बनकर, आत्मनिर्भर भारत बनकर 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनेगा। हम सबकी यही कोशिश है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्वगुरु बनाएं। इसमें काफी अच्छी सफलता मिल रही है और आगे भी कामयाबी मिलेगी, यही हमारी उपलब्धि है।
विपक्ष द्वारा फ़ोन टैपिंग, और लोकतंत्र का गाला घोंटने जैसे आरोपों पर उन्होंने कहा विपक्ष अपनी भूमिका निभाने के लिए इस तरह की बातें करता रहता है, लेकिन जहां तक हमारा सवाल है हम अपने किए गए पॉजिटिव कामों के बल पर जनता के बीच में जाएंगे और उनका समर्थन मांगेंगे।
लोगों को विकास दिख रहा है। हाईवे बन रहे हैं, विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन दिख रहे हैं, नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, उद्योग धंधे लग रहे हैं, निर्यात बढ़ रहा है। सरकार की तमाम योजनाओं को देखा जाए तो देश के हर व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से किसी ना किसी रूप में उसका लाभ मिला है। इसलिए मुझे लगता है कि जनता का समर्थन हमें मिलेगा और 2024 में हमारी सरकार फिर से चुनकर आएगी।
राजनीति से रिटायर होने के प्रश्न पर परिवहन मंत्री ने कहा, राजनीति का मतलब समाज, राष्ट्र और विकास का काम करना है। गांव, गरीब, मजदूरों और दलितों के लिए काम करना है। हम शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर प्रकल्प चलाए हैं, आज भी मैं ऐसे अनेक प्रकार के प्रकल्प चलाता हूं, काम करता रहता हूं जिससे समाज को लाभ होता है और लोगों को मदद मिलती है।
राजनीति का मतलब सत्ता नहीं है। हमें राजनीति की व्याख्या को फिर से परिभाषित कर लोगों के सामने रखना चाहिए। यही बात मैंने समझाई थी, लेकिन लोगों ने छाप दिया कि मैं राजनीति छोड़ने वाला हूं, जबकि मैं राजनीति को ही समाज का कार्य समझ रहा हूं तो इसे छोड़ने का कोई कारण ही नहीं है। मैंने चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने के बारे में कुछ नहीं कहा था।