महाराष्ट्र के ग़द्दारों को ख़त्म किए बिना चैन से नहीं बैठेंगे: उद्दव ठाकरे

महाराष्ट्र के ग़द्दारों को ख़त्म किए बिना चैन से नहीं बैठेंगे: उद्दव ठाकरे

मुंबई: (यूएनआई) महावकास अघाड़ी ने महापुरुषों के अपमान और सीमा विवाद के खिलाफ मुंबई में एक विशाल विरोध रैली का आयोजन किया। महावकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस, एनसीपी शिवसेना और अन्य दलों के नेताओं ने बड़ी संख्या में इस रैली में भाग लिया। पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश ने इतने साल बाद इतनी बड़ी रैली देखी है।

इस रैली में मैं अकेला नहीं चला बल्कि हजारों लोग मेरे साथ महाराष्ट्र के साथ गद्दारी करने वालों के खिलाफ चले। आज महाराष्ट्र के गद्दारों को छोड़कर सभी दल एकजुट हैं। राज्यपाल राष्ट्रपति का प्रतिनिधि हुआ करता था, लेकिन आज इस पद की गरिमा पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। मैं भगत सिंह कोश्यारी को राज्यपाल नहीं मानता। ठाकरे ने कहा कि आगरा से भागकर छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज की स्थापना की, लेकिन शिंदे सरकार में एक कैबिनेट मंत्री ने उनकी तुलना अघाड़ी सरकार को धोखा देने वाले सकी।

उद्दव ठाकरे ने कहा कि जब तक हम महाराष्ट्र के ग़द्दारों को ख़त्म नहीं कर देंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे| उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने शिक्षण संस्थानों को भीख मांगने की बात कहकर कर्मवीर भाऊ राव पाटिल, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा ज्योति बाई फुले जैसी महान व्यक्तित्वों का अपमान करके मराठियों के क्रोध को चरम पर पहुंचा दिया है। जेजे अस्पताल के रिचर्ड्स एंड क्रोडास से मुंबई सीएसटी तक विरोध रैली निकाली गयी और इस रैली में राज्य सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया गया।

इस मौके पर बोलते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नानापटोले ने कहा कि जब से राज्य में शिंदे फडणवीस की सरकार आई है, सीमा विवाद का मुद्दा उठाकर सीमावर्ती गांवों को पड़ोसी राज्य में जाने की मांग जोर पकड़ रही है। इसके अलावा महापुरुषों के अपमान, सीमा विवाद, मंहगाई और बेरोजगारी का मुद्दा भी बेहद अहम है। उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों पर शिंदे फडणवीस सरकार को अल्टीमेटम देने के लिए महा विकास अघाड़ी का यह भव्य विरोध मार्च आयोजित किया गया है।

पटोले ने कहा कि स्वर्गीय यशवंत राव चव्हाण ने जब से महाराष्ट्र की स्थापना की है, तब से महाराष्ट्र को एक रखने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अब राज्य में शिंदे फडणवीस सरकार आने के बाद महाराष्ट्र को बांटने की साजिश हो रही है, लेकिन भाजपा के इस षड्यंत्र को हम कभी कामयाब नहीं होने देंगे।

नाना पटोले ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की महान विभूतियों का अपमान करने का काम भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन से शुरू किया और बाद में बीजेपी नेताओं ने इसे और आगे बढ़ाया. लोगों में इस बात को लेकर काफी रोष है कि भाजपा नेता लगातार महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

रैली को संबोधित करते हुए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि अखंड महाराष्ट्र के मुद्दे पर मुंबई में पहले भी ऐसी रैलियां होती रही हैं, लेकिन आज की रैली काफी बड़ी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र एक अलग राज्य बन गया है लेकिन कुछ गांव अभी भी महाराष्ट्र में शामिल नहीं हैं और संघर्ष अभी भी जारी है। पवार ने कहा कि हम सभी आज की रैली में महाराष्ट्र की गरिमा के लिए एक साथ आए हैं। सत्ता में बैठे लोग छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान कर रहे हैं जिसे हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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