सरकार बनाने के लिए बीजेपी के साथ किसी भी कीमत पर नहीं जाएंगे: फ़ारूक़ अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर जारी लगभग सभी एक्जिट पोल्स में त्रिशंकु विधानसभा के आसार जताए गए हैं। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस के सबसे बड़े दल बनकर उभरने का अनुमान जताया गया है। एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 41 सीटें मिलती दिख रही है, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी 46 सीटों से 5 कम है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जरूरत पड़ी तो नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से गठबंधन करेगी। यही सवाल एनसी चीफ फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, हम बीजेपी के साथ किसी भी कीमत पर नहीं जाएंगे। एग्जिट पोल से जुड़े सवाल पर जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि एग्जिट पोल गलत भी साबित हो सकते है। इसलिए नतीजों के बाद ही कुछ कहना सही होगा। जम्मू कश्मीर में इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ा था। ज्यादातर एग्जिट पोल कांग्रेस-एनसी को सबसे ज्यादा सीटें मिलती दिखा रहे हैं। हालांकि, पोल्स में किसी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। ऐसे में राज्य में हंग असेंबली की संभावना है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘हम बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। चुनाव में जो वोट हमें मिले हैं, वे बीजेपी के खिलाफ हैं। मुस्लिमों को वे मुश्किल में डालते हैं, उनकी दुकानों, मकानों, मस्जिदों और विद्यालयों पर बुलडोजर चलाते हैं, आप समझते हैं कि हम उनके साथ जाएंगे?’ उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के दौरान एक भी मुस्लिम को प्रतिनिधित्व नहीं दिया और यहां तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं है। एनसी अध्यक्ष ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमारे लोग बीजेपी के लिए मतदान नहीं करेंगे। अगर वे (बीजेपी के नेता) सोचते हैं कि सरकार बना लेंगे तो वह ख्याली दुनिया में हैं।
एनसी ने शुक्रवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर उनकी पार्टी ‘इंडिया’ गठबंधन के सदस्यों के अलावा किसी के संपर्क में नहीं है। अब्दुल्ला की ओर से यह सफाई ऐसे समय आई है जब कयास लगाए जा रहे हैं कि एनसी जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए बीजेपी के साथ पिछले दरवाजे से बातचीत कर रही है।