विनेश फोगाट वापस लौटे तो सदन में बुलाकर उसका सम्मान किया जाए: चंद्रशेखर आजाद
नई दिल्ली: ओलंपिक गेम्स के फाइनल में पहुंचीं विनेश फोगाट को फाइनल से डिस्क्वालिफाई हो गई हैं। विनेश का वजन ज्यादा बताते हुए उन्हें फाइनल राउंड से बाहर कर दिया गया। इससे जितना बड़ा झटका विनेश को लगा होगा, उतना ही हर भारतीय का दिल भी टूटा। सोशल मीडिया पर लगातार रिएक्शंस दिए जा रहे हैं। विनेश फोगाट के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सरकार को जमकर घेरा।
नगीना सासंद चंद्रशेखर आजाद ने लोकसभा में खेल मंत्री के उस बयान पर गुस्सा हो गए जिसमें उन्होंने कहा था कि विनेश फोगाट पर हमने विनेश पर 70 लाख 45 हजार रुपये खर्च किए। खेल मंत्री के इस बयान को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने सदन में कहा कि आपने खैरात दी क्या, कोई अहसान किया क्या। आपने लापरवाही बरती इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ा। इसके साथ ही चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जब वह वापस लौटे तो उसे सदन में बुलाकर उसका सम्मान किया जाए, वह देश की बेटी है गोल्डन गर्ल है।
इसके साथ ही उन्होंने खेल मंत्री मनसुख मांडविया के सदन में दिए बयान पर भी सवाल खड़े कर दिए। लोकसभा में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि ये सोचने वाली बात है यह कोई हरियाणा की बेटी नहीं है, किसी जाति की बेटी नहीं है, वह हमारे देश की बेटी है। सदन में सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आपने क्या किया हरियाणा के साथ आपने हरियाणा का बजट कम कर दिया, देश में सबसे अधिक मेडल हरियाणा लाता है।
लोकसभा में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जब विनेश फोगाट डिस्क्वालिफाई किया गया तो ऐसा लगा कि जैसे किसी ने चाकू घुसेड़ दिया हो। आज भी याद है मुझे मैंने उस प्रोटेस्ट में रातें काटी थीं और 4-4 गोली खाईं थी, यह देश की स्मिता से जुड़ा मामला था। सवाल ये है कि एक गोल्ड हमारे लिए आ रहा था और जब गोल्ड आता तो देश हमारा गौरवान्वित होता। क्या व्यवस्था थी कि सिस्टम के लोगों को पता ही नहीं चला कि उसका वेट बढ़ गया।