नीट परीक्षा लीक का बिहार और गुजरात कनेक्शन क्या है ? इसकी जांच होनी चाहिए: मनोज झा
पटना: नीट के परिणाम और पेपर लीक को लेकर विवाद जारी है। पेपर लीक का मुद्दा गर्माता जा रहा है। बिहार और गुजरात के साथ इसके कनेक्शन को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने इस मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा के लीक का मामला केवल एक राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें बिहार और गुजरात के बीच भी कनेक्शन होने की आशंका है।
पिछले हफ्ते, नीट परीक्षा के दौरान कई छात्रों ने शिकायत की थी कि परीक्षा के प्रश्नपत्र पहले से ही लीक हो चुके हैं। इसके बाद जांच एजेंसियों ने सक्रिय होकर मामले की तह तक जाने का प्रयास किया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि प्रश्नपत्र लीक का तार बिहार और गुजरात से जुड़ा हुआ हो सकता है।
मनोज झा की प्रतिक्रिया
मनोज झा ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा, “यह बहुत ही गंभीर मामला है और इसमें छात्रों का भविष्य दांव पर है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। मैं केंद्र सरकार और संबंधित एजेंसियों से अपील करता हूं कि वे इस मामले की गहराई से जांच करें और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।”
बिहार और गुजरात का संदिग्ध कनेक्शन
जांच एजेंसियों के अनुसार, बिहार और गुजरात के कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के बीच संपर्क की जानकारी मिली है। सूत्रों का कहना है कि प्रश्नपत्र लीक के इस खेल में कई स्तरों पर लोग शामिल हो सकते हैं, जिनमें परीक्षार्थी, कोचिंग संस्थान और यहां तक कि कुछ सरकारी अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।
छात्रों की मांग
नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों और उनके अभिभावकों ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि अगर इस लीक की पूरी जांच नहीं होती है तो छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषियों को तुरंत सजा दें।
संभावित कार्रवाई
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भी संबंधित अधिकारियों से इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
नीट परीक्षा लीक का मामला देश की शिक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। बिहार और गुजरात के संदिग्ध कनेक्शन ने इस मुद्दे को और भी जटिल बना दिया है। अब देखना होगा कि सरकार और जांच एजेंसियां इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती हैं और दोषियों को सजा देने में कितनी सफल होती हैं। छात्रों और अभिभावकों की नजरें अब सरकार की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।