ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने मानहानि का नोटिस भेजा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। ममता बनर्जी ने गुरुवार को सी.वी. आनंद बोस को लेकर टिप्पणी की थी। ममता ने कहा था कि महिलाओं ने उनसे शिकायत की है कि वे राजभवन में हालिया घटनाओं के कारण वहां जाने से डरती हैं। इसी बयान को लेकर आनंद बोस ने ममता पर मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
यह नोटिस तृणमूल के नवनिर्वाचित विधायक सयंतिका बनर्जी और रैयत हुसैन सरकार को भेजा गया है। पहली बार देश के इतिहास में किसी राज्यपाल ने मुख्यमंत्री और विधायकों को मानहानि का नोटिस भेजा है। दरअसल मई 2024 में बंगाल के 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें बारानगर सीट से सयंतिका बनर्जी और भगवान गोला सीट से रैयत सरकार ने जीत हासिल की। दोनों विधायकों के शपथ को लेकर पेच फंस गया। राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष को शपथ का अधिकार नहीं दिया। राज्यपाल का कहना था कि डिप्टी स्पीकर दोनों को शपथ दिलाएं।
वहीं दोनों विधायकों ने राजभवन जाकर भी शपथ लेने से इनकार कर दिया। इन विधायकों का कहना था कि राजभवन सुरक्षित नहीं है। जब पूरा घटनाक्रम चल रहा था, तब बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजभवन को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी। ममता का कहना था कि राजभवन में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। हालांकि, कोलकाता हाईकोर्ट ने ममता से राजभवन को लेकर इस तरह की टिप्पणी नहीं करने के लिए कहा था। कहा जा रहा है कि इस घटना के दौरान ही दोनों विधायकों ने राज्यपाल को लेकर गंभीर आरोप लगाए, जिसका कानूनी नोटिस अब भेजा गया है।
ममता ने क्या कहा था?
राज्य सचिवालय में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया कि ”महिलाओं ने मुझसे शिकायत की है कि वे राजभवन में हाल ही में हुई घटनाओं के कारण वहां जाने से डर रही हैं।” सूत्र ने बताया, ”राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा उनके खिलाफ की गई टिप्पणियों के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया।” राजभवन की एक संविदा महिला कर्मचारी ने दो मई को राज्यपाल बोस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की।
राजभवन ने की थी आलोचना
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर गतिरोध के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस के कार्यालय ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उनके उस बयान के लिए आलोचना की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि महिलाएं राजभवन जाने में कथित तौर पर असुरक्षित महसूस करती हैं। राजभवन ने कहा था कि जनप्रतिनिधियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे ‘‘गलत धारणा’’ न बनाएं।