वक्फ संशोधन बिल खारिज करने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे: गहलोत
जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक अशोक गहलोत ने वक्फ संशोधन बिल 2024 को वापस लेने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी और उनकी पार्टी की भावनाएँ इस बिल को लेकर मुस्लिम समुदाय के साथ हैं। उन्होंने यह आश्वासन राज्य कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉ. मोहम्मद शुएब और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सदस्य डॉ. समरा सुल्ताना को दिया, जब वे इस मामले में उनसे मिलने आए थे।
अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की भावनाएँ मुस्लिम समुदाय के साथ हैं और वे इस असंवैधानिक वक्फ बिल को वापस लेने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने डॉ. शुएब और डॉ. समरा की बातों को गंभीरता से सुना और कहा कि वे आगे भी इस मुद्दे पर मुलाकात करेंगे और वक्फ संशोधन बिल को खारिज करने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में गंभीरता से प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम समुदाय के साथ कोई अन्याय नहीं होने देगी और इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएगी।
डॉ. मोहम्मद शुएब ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा कि वक्फ संशोधन बिल 2024 में कई खामियाँ हैं और यह वक्फ संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल पेश करने से पहले हितधारकों से कोई परामर्श नहीं किया गया और यह जानने की कोशिश भी नहीं की गई कि वक्फ के संबंध में मुस्लिम समुदाय की क्या भावनाएँ हैं। उन्होंने गहलोत से आग्रह किया कि वे इस बिल को वापस लेने के लिए अपने प्रयास तेज करें।
डॉ. समरा सुल्ताना ने भी अशोक गहलोत से इस मामले में प्रभावी भूमिका निभाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय को वक्फ संपत्ति से बेदखल करने की एक निंदनीय कोशिश है और सरकारी कब्जे को वैध बनाने का प्रयास भी है। उन्होंने कहा कि इस बिल के जरिये मुस्लिम समुदाय को कमजोर करने की साजिश भी की जा रही है।