मणिपुर में चुनाव के दौरान हिंसा, 2 की मौत
मणिपुर में दूसरे चरण की वोटिंग में कई प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, इन में इस से पहले तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमई भी शामिल हैं. राज्य में पहले चरण के चुनाव में 28 फरवरी को 38 विधान सभा की सीटों पर वोटिंग हुई थी वहीँ अब दूसरे चरण की वोटिंग में 22 सीटों पर कुल 92 उम्मीदवार चुनावी मैदान में मौजूद हैं. कुल 1247 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं और चुनाव आयोग की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
मणिपुर में दो चरण में मतदान होने थे जिस में के आज दूसरे और आखिरी चरण में कुल 22 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है.. छह जिलों की इन 22 सीटों पर कुल 92 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं, जिनकी किस्मत का फैसला मतदाता बटन दबा कर ईवीएम में कैद कर रहे हैं. हालांकि, यहां कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, मतदान संबंधी हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई है। मिडिया रिपोर्ट के अनुसार एक घटना में मृतक बीजेपी का कार्यकर्ता है और उसे कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने गोली मारी है। पुलिस ने बताया कि 25 साल के एल अमुबा सिंह को शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया वहाँ उसकी मौत हो गई। इसके अलावा यहां एक निलंबित बीजेपी नेता के घर के सामने क्रूड बम विस्फोट की भी खबर है।
बताते चलें कि कोविड-19 सुरक्षा के प्रोटोकॉल और सुरक्षा मानकों का पुरा पालन करते हुए कुल 1247 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव आयोग ने इस चरण के चुनाव में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सेंट्रल पारामिलिट्री फोर्सेज के करीब 20,000 जवानों को तैनात किया गया है। इस चरण में कुल 8.38 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इनमें 4.28 लाख वोटर महिलाएं हैं। 223 पोलिंग बूथ को पिंक बूथ बनाया गया है। सुबह सात बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम चार बजे तक चलेगी।