राशिद खान के नाम से मुसलमानों के विरुद्ध हिंदुओं को भड़काने वाला ‘विकास कुमार’ हिन्दू निकला!
आफताब पूनावाला नाम के एक पारसी व्यक्ति ने कुछ दिनों पहले अपनी प्रेमिका का क़त्ल करके उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे, जिसे लेकर कुछ असामाजिक तत्व और कुछ मीडिया मुसलमानों के खिलाफ नफरत का माहौल बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
राशिद खान नाम का दावा करने वाले शख्स ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर हिंदुओं को मुस्लिमों के खिलाफ भड़काने की कोशिश की. वीडियो में उसने कहा कि अगर दिमाग़ में गुस्सा हो तो 35 क्या 36 टुकड़े कर देता है आदमी!
जब उससे पूछा गया कि मारने और काटने की ट्रेनिंग कहां से मिलती है ,तो वह कहता हैं, “बस चाकू उठाओ और चला दो !”
इस वीडियो क्लिप के सामने आने के बाद जब पुलिस ने संबंधित शख्स को गिरफ्तार किया तो पता चला कि वह राशिद खान नहीं बल्कि विकास कुमार है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुलंदशहर पुलिस ने सिकंदराबाद निवासी विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया है!
सूत्रों के मुताबिक विकास ने वीडियो में बताया था कि अगर किसी से झगड़ा होता है तो वह भी ऐसी हरकत कर सकता है! आफताब पूनावाला और श्रद्धा वॉकर के मुद्दे पर विकास यह कहते नजर आ रहा है कि आफताब ने उसे तभी मारा जब दोनों की गलती थी. 55 सेकेंड के इस वीडियो के बाद लोगों ने ‘राशिद खान’ की गिरफ्तारी की मांग के साथ साथ और मुसलमानों के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी थी!
शुक्रवार को सिकंदराबाद पुलिस स्टेशन द्वारा आरोपी विकास की गिरफ्तारी के बाद बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने कहा, “सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो हमारे संज्ञान में आया, जो दिल्ली में बनाया गया था. जिसमें खुद को राशिद खान बताने वाला एक शख्स आपत्तिजनक कमेंट करता नजर आ रहा है। इस संबंध में सिकंदराबाद थाना पुलिस इस व्यक्ति की तलाश में जुटी हुई थी!
एसएसपी श्लोक कुमार ने कहा कि काफी कोशिशों के बाद आज उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस के मुताबिक शख्स का असली नाम विकास कुमार है. एसएसपी ने कहा, “उनके द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
विकास के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है। विकास एक पेशेवर अपराधी है। उसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ चोरी और अवैध हथियार रखने के कुल 5 मामले लंबित हैं, जिनमें से दो बुलंदशहर जिले में और तीन गौतमबुद्धनगर जिले में दर्ज हैं।
बुलंदशहर के मजीद गाजी ने कहा कि इस तरह के मामलों से मुसलमानों को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. पहले भी कई ऐसे वीडियो वायरल हो चुके हैं जहां बाद में पता चला कि एक व्यक्ति दूसरे समुदाय का था या उसने सिर्फ लोकप्रियता हासिल करने के लिए विवादित टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि जब तक इस तरह के वायरल वीडियो की सच्चाई सामने आती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है!