वरुण गाँधी की मांग, यूक्रेन से पलटे मेडिकल छात्रों को दी जाए रियायत
पीलीभीत से भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने यूक्रेन से पलटने वाले मेडिकल छात्रों को देश के मेडिकल संस्थानों में जगह देने की मांग की है।
भाजपा सांसद ने भारतीय मेडिकल कॉलेजों को सुझाव देते हुए कहा है कि वह इसके लिए एनआरआई कोटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध ने देश के हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है।
एक ओर जंग की कड़वी यादें हैं वहीं दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य, हमें नियमों में बदलाव कर भारतीय संस्थानों में छात्रों के लिए स्थान बनाना होगा। वरुण गाँधी ने कहा कि छात्रों और उनके अभिभावकों की चिंता हमारी चिंता होनी चाहिए।
बता दें कि यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए देश के मुकाबले कम खर्च आता है। एक ओर भारतीय सरकार यूक्रेन में पढ़ रहे 20 हजार से अधिक भारतीय छात्रों को निकालने की प्रक्रिया में लगी हैं वहीँ छात्रों को अपना भविष्य अधर में लटका हुआ नजर आ रहा है।
यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है।
एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य।
हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा।
उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) March 6, 2022
वरुण गांधी ने भारतीय मेडिकल कॉलेजों को सुझाव देते हुए कहा है कि मेडिकल कॉलेज एनआरआई कोटा इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को भारतीय संस्थान में जगह दी जाए। अगर भविष्य में कोई वैश्विक महामारी भी आती है उस स्थिति में मेडिकल प्रणाली में सुधार करने में मदद मिलेगी।
यूक्रेन संकट को देखते हुए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने कहा है कि कोविड-19 और युद्ध जैसे हालातों के कारण अपनी इंटरशिप पूरी न कर पाने वाले विदेशी स्नातक पास किये हुए छात्र इसे भारत में रहते हुए पूरा कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में सातवें चरण की वोटिंग से पहले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ रूस यूक्रेन युद्ध के बीच देश वापस पलट कर आए 50 छात्रों से मुलाकात करेंगे। उत्तर प्रदेश में यूक्रेन से लगभग 550 छात्र पलट कर वापस आए हैं। आदित्यनाथ 50 छात्रों से मुलाकात कर यूक्रेन की हालात के बारे में चर्चा करेंगे।