उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: रीता बहुगुणा के अरमानों पर फिर सकता है पानी
अगर भाजपा ने लखनऊ की सीटों के लिए भाजपा के संभावित प्रत्याशियों को टिकट दिया तो रीता बहुगुणा जोशी को अपने बेटे के चुनाव लड़ने के आरमानों पर पानी फिर सकता है.
उत्तर प्रदेश में अब चुनाव शुरू होने में कुछ ही दिन रह गए हैं सभी सियासी पार्टियां अपने अपने उम्मीदवारों के चयन में लगी हैं लखनऊ में चनाव चौथे चरण में होना है जिसको देखते हुए कांग्रेस और बसपा ने अपने सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, लेकिन भाजपा ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं. हालांकि, लखनऊ की सीटों के लिए भाजपा के संभावित प्रत्याशियों के नाम है और उन्हीं पर मुहर लगती है तो पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के लिए बड़ा झटका होगा.
बता दें कि पिछले चुनाव में लखनऊ की 9 सीटों में से 8 सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था अब आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए इन 9 सीटों पर अपने सियासी वर्चस्व को बचाए रखने की चुनौती है. बताया जा रहा है कि कि योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का टिकट कट सकता है और उनकी जगह सरोजनीनगर सीट से पूर्व आईपीएस को भाजपा अपना प्रत्याशी बना सकती है. वहीं, लखनऊ कैंट सीट पर रीता बहुगुणा जोशी को अपने बेटे के चुनाव लड़ने के आरमानों पर भी पानी फिर सकता है.
ग़ौर तलब है कि सरोजनीनगर सीट पर स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह ने टिकट की दावेदारी की है. सरोजनीनगर सीट पर भाजपा स्वाति सिंह और दयाशंकर सिंह के बजाय प्रवर्तन (ईडी) निदेशालय के संयुक्त निदेशक रहे राजेश्वर सिंह को प्रत्याशी बना सकती है. राजेश्वर सिंह सुल्तानपुर के रहने वाले हैं और उन्होंने हाल ही में वीआरएस लेकर राजनीतिक पारी का आगाज करने जा रहे हैं. साथ ही लखनऊ कैंट सीट पर मुकेश शर्मा को प्रत्याशी बना सकती है.
वही लखनऊ की पूर्वी सीट पर कानून मंत्री बृजेश पाठक, लखनऊ नार्थ सीट पर गोपाल टंडन, लखनऊ वेस्ट सीट पर अंजनी श्रीवास्तव, लखनऊ सेंटर सीट पर योगेश शुक्ला और बख्शी का तालाब सीट पर योगेश शुक्ला को भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है. इसके अलावा मोहनलालगंज और मलिहाबाद सीट पर अभी नाम सामने नहीं आए हैं.