संसद में अडानी और संभल के मुद्दे पर हंगामा, जेपीसी गठन की मांग
विपक्ष ने लोकसभा में अडानी समूह के खिलाफ लगे आरोपों के मुद्दे पर केंद्र सरकार से जांच की मांग की। कांग्रेस समेत विपक्ष के दूसरे सदस्यों ने अडानी मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी गठन की भी मांग कर दी। इसके अलावा मणिपुर में हुई हिंसा, दिल्ली में कानून-व्यवस्था और यूपी के संभल में हुई हिंसा के मुद्दे पर भी सदन में हंगामा हुआ। उत्तर भारत में प्रदूषण को भी सदन में उठाया गया। ऐसे में यह महत्वपूर्ण सवाल है कि क्या सोमवार से जब शीतकालीन सत्र के दूसरे हफ्ते की कार्यवाही शुरू होगी तो कार्यवाही सुचारू रूप से चल पाएगी?
आज भी लोकसभा की कार्यवाही नहीं चल पाई और विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही भी 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है। विपक्ष मणिपुर हिंसा, अडानी मामले, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और अजमेर शरीफ दरगाह विवाद के साथ ही मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग कर रहा था।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “हम पहले ही स्पीकर से मिल चुके हैं और हम सदन चलाने की मांग करते हैं। हम सदन चलाने के लिए तैयार हैं, बशर्ते संविधान पर चर्चा हो, जिसका वादा उन्होंने हमसे किया है…”
इस सत्र के लिए सत्ता पक्ष ने 16 विधेयक सूचीबद्ध किए थे। अभी बिलों पर चर्चा नहीं हुई है। उम्मीद है कि इस हफ्ते में कुछ बिलों को पेश कर पास किया जा सकेगा। इसके अलावा संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर दो दिन की विशेष बहस भी करवाई जा सकती है। कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर दो दिन की बहस कराने की मांग की थी।