महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात स्थानांतरित करने पर उद्धव ठाकरे नाराज़

महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात स्थानांतरित करने पर उद्धव ठाकरे नाराज़

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी अभियान दिन-ब-दिन तेज होता जा रहा है। एक तरफ जहाँ बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन “महायुति” के अधिकतर नेता सांप्रदायिकता का कार्ड खेलकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी के नेताओं द्वारा लगातार प्रयास हो रहा है कि चुनाव को राज्य के मुद्दों पर केंद्रित रखा जाए।

बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात स्थानांतरित करने के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को याद दिलाया कि कैसे बीजेपी की भ्रष्टाचार के कारण सिंधुदुर्ग के मालवन किले पर लगाया गया शिवाजी महाराज का पुतला हल्की हवा से गिर गया, जिससे राज्य के सम्मान का अपमान हुआ। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे विधानसभा चुनाव में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों को नकारकर छत्रपति के इस अपमान का बदला लें।

राज्य के उद्योगों को बचाने का संकल्प
इससे पहले कणकावली में चुनावी रैली में बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला। महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात स्थानांतरित किए जाने पर नाराजगी जताते हुए उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस आरोप पर सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने विकास परियोजनाओं में रुकावटें खड़ी कीं। उद्धव ठाकरे ने आश्चर्य जताते हुए पूछा कि “उनकी नजर में विकास का मतलब क्या है?”

शिवसेना प्रमुख ने कहा कि “अमित शाह मुझ पर आरोप लगाते हैं कि मैंने अपनी सरकार में विकास परियोजनाओं को रोका है। शाह मुझे बताएं कि उनकी नजर में विकास किसे कहते हैं? हां, मैंने महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात स्थानांतरित करने से रोका है और भविष्य में भी रोकूंगा।” उद्धव ठाकरे ने लोगों से 20 नवंबर के चुनाव में महा विकास अघाड़ी के पक्ष में फैसला सुनाने की अपील करते हुए वादा किया कि “सत्ता में आते ही हम महाराष्ट्र की उद्योगों के गुजरात स्थानांतरण पर रोक लगा देंगे।”

नारायण राणे पर तीखा हमला
सिंधुदुर्ग, जो नारायण राणे का गढ़ माना जाता है, में राणे और उनके बेटों को चुनौती देते हुए उद्धव ठाकरे ने लोगों से चुनाव में उन्हें सबक सिखाने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने पर्यावरण का हवाला देते हुए कोंकण क्षेत्र के बारसो में रिफाइनरी प्रोजेक्ट का जोरदार विरोध किया। उन्होंने कोंकण क्षेत्र में अपनी पार्टी की हालिया विफलताओं पर नारायण राणे की बयानबाजी का भी जवाब दिया और कहा कि “ऐसा कोई अभी पैदा नहीं हुआ है जो शिवसेना को खत्म कर सके।” इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह उन्हें खत्म करने के लिए हर संभव हथकंडा अपना रही है।

चुनाव को महाराष्ट्र प्रेमी की लड़ाई बताया
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने मौजूदा विधानसभा चुनाव को महाराष्ट्र प्रेमी और महाराष्ट्र विरोधी के बीच की लड़ाई बताते हुए जोर दिया कि जो लोग महाराष्ट्र से प्रेम करते हैं, वे राज्य में बीजेपी को सत्ता में नहीं आने देंगे। सिंधुदुर्ग में पार्टी के उम्मीदवार राजन तैली के समर्थन में चुनावी रैली में पूर्व मुख्यमंत्री ने महाविकास अघाड़ी के बागी और नाराज नेताओं को भी मनाने की कोशिश की और उन्हें व्यक्तिगत लाभ के बजाय महाराष्ट्र के सामूहिक हित को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया।

उन्होंने साफगोई से माना कि राजनीतिक गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर कुछ खींचतान होती है, लेकिन राज्य के व्यापक हित के लिए गठबंधन जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “हमें गठबंधन धर्म का पालन करना होगा।” पूर्व मुख्यमंत्री ने सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना को याद करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला। शिंदे ने कहा था कि तेज हवा के कारण प्रतिमा गिरी है।

गौरतलब है कि जिस प्रतिमा का प्रधानमंत्री ने पिछले साल 4 दिसंबर को अनावरण किया था, वह प्रतिमा इस साल 26 अगस्त को हल्की हवा चलने पर गिर गई। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि हवा से प्रतिमा गिर गई, उन्हें शर्म आनी चाहिए, क्योंकि सिंधुदुर्ग का वह किला जिसे शिवाजी महाराज ने सदियों पहले बनाया था, वह आज भी समुद्र की उन हवाओं का मुकाबला करते हुए पूरी मजबूती से खड़ा है।

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