तोगड़िया ने पूछा, भाजपा शासन में क्यों नहीं उतारे गए लाउडस्पीकर

तोगड़िया ने पूछा, भाजपा शासन में क्यों नहीं उतारे गए लाउडस्पीकर

महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लेते हुए राज ठाकरे की बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए विश्व हिंदू परिषद के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि जब राज्य में भाजपा की सरकार थी तब लाउडस्पीकर क्यों नहीं उतरवाए गए ?

अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने महाराष्ट्र में मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की मुहिम में कूदते हुए इसे राजनीतिक ड्रामा बताते हुए कहा के मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने का मिशन उन्हीं राज्यों में क्यों चल रहा है जहां भाजपा की सरकार नहीं है ? प्रवीण तोगड़िया ने तो यहां तक कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए केंद्र की मोदी सरकार देश के सभी डीएम, कलेक्टर और एसपी को यह आदेश दे सकती है कि वह अपने-अपने जिलों से लाउडस्पीकर हटवा दें।

बता दें कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवा दिए जाएं। अगर ऐसा नहीं होता तो हमारे कार्यकर्ता राज्य भर में मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करेंगे। राज ठाकरे की इस मुहिम को भाजपा भरपूर समर्थन दे रही है।

भाजपा नेता मोहित कंबोज ने ऐलान किया है कि जिन लोगों के पास हनुमान चालीसा बजाने या पाठ करने के लिए लाउडस्पीकर नहीं है वह आकर फ्री में ले जाएं। अब भाजपा के इस बयान को लेकर प्रवीण तोगड़िया ने निशाना साधते हुए कहा है कि यह मुहिम ग़ैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों चलाई जा रही है ? भाजपा राज में लाउडस्पीकर क्यों नहीं उतरवाए गए ?

प्रवीण तोगड़िया ने भाजपा पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोहरे मापदंड अपनाने से अच्छा यह होगा कि भाजपा पहले उन राज्यों में लाउडस्पीकर उतरवाए जहां उसकी सरकार है। जब महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार थी, लाउडस्पीकर तो उस समय भी लगे हुए थे ! तब क्यों मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतरवाए गए ?

रात 10:00 बजे से सूर्योदय तक सर्वोच्च न्यायालय ने लाउडस्पीकर बजाने पर पाबंदी लगा रखी है। केंद्र की भाजपा सरकार सभी डीएम ,कलेक्टर और एसपी को यह आदेश क्यों नहीं दे देती कि वह लाउडस्पीकर ना बजने दे ?

बता दें कि प्रवीण तोगड़िया आरएसएस से संबंधित विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष के तौर पर वर्षों तक काम कर चुके हैं। संगठन के नेताओं से मतभेद के बाद उन्हें विश्व हिंदू परिषद से अलग होना पड़ा जिसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद का गठन किया। प्रवीण तोगड़िया वीएचपी से अलग होने के बाद समय-समय पर नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं को निशाने पर लेते रहे हैं।

 

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