देश में आधुनिक कनेक्टिविटी विस्तार का यह अभूतपूर्व अवसर है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में आधुनिक कनेक्टिविटी विस्तार का यह अभूतपूर्व अवसर है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की यह गति और स्केल 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं से बिल्कुल मैच कर रही हैं और यही आज का भारत चाहता है।
उन्होंने कहा कि आज जिन ट्रेनों को शुरू किया गया है, वे पहले की तुलना में ज्यादा आधुनिक और आरामदायक हैं। ये वंदे भारत ट्रेनें नए भारत के नए जोश, नए उत्साह और नई उमंग का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि ऐसे कई रेलवे स्टेशन हैं जो पिछले कई सालों से विकसित नहीं हुए हैं। इन स्टेशनों को विकसित करने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अमृत काल में बने नए स्टेशन ‘अमृत भारत स्टेशन’ कहलाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों ने पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी ला दी हैं। जिन जगहों पर वंदे भारत ट्रेन पहुंच रही हैं, वहां पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। इससे वहां रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को एक साथ नौ वंदे भारत ट्रेनों का तोहफा दिया। पीएम मोदी ने दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) की दो सेवाओं सहित नौ वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये काचीगुडा-यशवंतपुर और विजयवाड़ा-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल मार्गों के बीच वंदे भारत ट्रेन सेवा का उद्घाटन किया। वहीं, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कार्यक्रम में भाग लिया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, काचीगुडा-यशवंतपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन सेवा इस मार्ग की अन्य ट्रेनों की तुलना में कम से कम यात्रा समय के साथ दोनों शहरों के बीच सबसे तेज ट्रेन होगी। इसमें 530 यात्रियों की बैठने की क्षमता है।
विजयवाड़ा – एमजीआर चेन्नई सेंट्रल मार्ग पर ट्रेन इस मार्ग पर पहली और सबसे तेज ट्रेन होगी। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल को पटना-हावड़ा और रांची-हावड़ा मार्गों और हावड़ा-कोलकाता के जुड़वां शहरों के बीच दो और वंदे भारत ट्रेन सेवाएं भी मिलेंगी।
रेलवे ने पटना-झाझा, आसनसोल, बर्दवान, हावड़ा मुख्य मार्ग पर पटरियों को मजबूत करने के साथ ही पटना-हावड़ा मार्ग पर सेमी हाई-स्पीड ट्रेन संचालन की तैयारी शुरू कर दी है।प्रधानमंत्री मोदी ने 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी।
चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में निर्मित, ट्रेन सेट ‘मेक-इन-इंडिया’ पहल का प्रतीक है और भारत की इंजीनियरिंग कौशल को प्रदर्शित करता है। अधिकारियों के अनुसार, पटना-हावड़ा और रांची-हावड़ा मार्गों के लिए नई रेक में 25 अतिरिक्त सुविधाएं होंगी।