उन्हें ‘इंडिया’ से नहीं बल्कि भारत से तकलीफ हो रही है: शिवसेना
शिवसेना यूबीटी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए राज्य में शिंदे, फड़णवीस और अजित पवार के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर हमला बोला है। इसके अलावा केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है।अखबार में लिखा है कि उन्हें इंडिया से नहीं बल्कि भारत से तकलीफ हो रही है।
सामना में लिखा गया, ‘एक तरफ सूखा, फसलों की बर्बादी, उससे उपजा कर्ज का बोझ और किसानों की बढ़ती आत्महत्या और दूसरी तरफ शासकों द्वारा धोखाधड़ी की घोषणाएं, यह राज्य पर गंभीर संकट है। राज्य के लोग गणेश चतुर्थी के अवसर पर प्रार्थना करेंगे कि दिल्ली के लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए महाराष्ट्र पर जो संकट डाला है वह हमेशा के लिए दूर हो जाए।
सामना ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए लिखा, ”केंद्र के ‘स्वयं-नियुक्त’ शासकों के संबंध में स्थिति अलग नहीं है। महँगाई से लेकर बेरोज़गारी तक, किसानों की आय दोगुनी करने से लेकर रोज़गार के अवसर पैदा करने तक, धर्म से लेकर विकास तक, राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर तथाकथित आत्मनिर्भरता तक, हवा में केवल दिखावे और फर्जी खबरों के गुब्बारे ही छोड़े जा रहे हैं।
विभिन्न राज्यों में जातीय और धार्मिक ध्रुवीकरण का धंधा शुरू हो गया है। सत्तारूढ़ दल का इरादा दंगे भड़काने और राजनीतिक लाभ के लिए इसका फायदा उठाने का है। सामना ने आगे लिखा, ‘महंगाई, बेरोजगारी और अन्य संकटों के कारण देशवासियों को धर्म और आस्था के जाल में फंसाने की साजिश शुरू हो गई है। इसके लिए अयोध्या में श्रीराम मंदिर, समान नागरिक संहिता, ‘एक देश एक चुनाव’ जैसे कई मुद्दों का ‘धमकी’ दी जा रही है।
‘सामना’ में लिखा गया कि एक तरफ चार महीने से जल रहे मणिपुर को लेकर चुप्पी साधी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ संसद के सुरक्षाकर्मियों को मणिपुरी टोपी पहनाकर राज्य की पहचान बताई जा रही है। विपक्षी दलों का ‘इंडिया’ गठबंधन 2024 में उनका सफाया कर देगा, इसका एहसास होने पर शासक और उनके अनुयायी ‘इंडिया नहीं, भारत’ चिल्ला रहे हैं!