महाराष्ट्र में आरक्षण की कोई ज़रूरत नहीं: राज ठाकरे
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे का कहना है कि महाराष्ट्र में आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है। उनका कहना है कि राज्य के बाहर से युवा आते हैं और स्थानीय युवाओं की नौकरियां हथिया लेते हैं। इसकी वजह से महाराष्ट्र के युवाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आरक्षण आंदोलन को राजनीति का साधन बताया। एमएनएस प्रमुख के इस बयान पर दलित नेता प्रकाश आंबेडकर और मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे सहित कई लोगों ने नाराज़गी जताई है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पिछले एक साल से मराठा आरक्षण राजनीति का केंद्र बना हुआ है। इसकी वजह से मराठा और ओबीसी समाज आमने-सामने हैं। इस दौरान शोलापुर के दौरे पर आए राज ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “महाराष्ट्र में सब कुछ इतना संगठित है कि यहां आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा, “जो महाराष्ट्र के बेटे हैं, उन्हें यहां बेहतरीन नौकरियां मिलनी चाहिए। इसमें जात-पात कहां से आ गई? महाराष्ट्र एक ऐसी राज्य है जिसे देशभर में सबसे ज्यादा विकसित माना जाता है।”
हर समाज को यह समझना होगा कि उन्हें बेवकूफ बनाया जा रहा है
उन्होंने कहा, “निजी कंपनियों में आरक्षण है क्या? आरक्षण कितने प्रतिशत लोगों को मिलने वाला है? क्या इसकी हमने कोई जानकारी हासिल की है? सिर्फ लोगों को भड़काना और राजनीति करना। यह सब कुछ किसी न किसी के कंधे पर बंदूक रखकर किया जा रहा है।” राज ठाकरे ने कहा कि हर समाज को यह समझना होगा कि उन्हें बेवकूफ बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “आज छोटे-छोटे बच्चे जात-पात के बारे में बात कर रहे हैं। महाराष्ट्र में ऐसी स्थिति कभी पैदा नहीं हुई थी।”
राज ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए: प्रकाश आंबेडकर
राज ठाकरे के इस बयान पर हंगामा खड़ा हो गया है। वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने मांग की है कि राज ठाकरे को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा, “राज ठाकरे का बयान दो समाजों में नफरत फैलाने वाला है। इसलिए सरकार को हिम्मत दिखानी चाहिए और तुरंत राज ठाकरे पर टाडा लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लेना चाहिए।” प्रकाश आंबेडकर ने सवाल किया कि “जिस तरह महाराष्ट्र में यूपी और बिहार से लोग आते हैं, उसी तरह महाराष्ट्र के लोग रोजगार के लिए गुजरात, बंगाल और मध्य प्रदेश जाते हैं। इसका क्या किया जाए?”
मराठा समाज सिर्फ अपना हक मांग रहा है: मनोज जरांगे
इस दौरान मराठा समाज के कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने भी राज ठाकरे की आलोचना की है। उन्होंने कहा, “लोगों को भड़काता कौन है? आपका (राज ठाकरे) दोस्त करता है। मराठा समाज तो सिर्फ अपना हक मांग रहा है।” जरांगे ने कहा, “आप सागर बंगले पर जाकर जिस दोस्त से मिलते हैं, वही भड़काता है। उसने मराठा समाज के नेताओं को हमारे खिलाफ खड़ा किया है।” गौरतलब है कि मनोज जरांगे का इशारा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर था जिनके बंगले का नाम ‘सागर’ है। उन्होंने कहा, “आप हमें दोष देने का काम न करें। वैसे भी जिन्हें आरक्षण की कोई जानकारी नहीं है, उनके बारे में हम कोई बात नहीं करना चाहते।”
राज ठाकरे सिर्फ़ मैच फिक्सिंग का खेल खेलते हैं:संजय राउत
इस दौरान शिवसेना (उद्धव) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि राज ठाकरे मैच फिक्सिंग का काम करते हैं। राउत ने कहा, “राज ठाकरे ने नए सिरे से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की है, वह हर साल नए सिरे से अपनी पारी शुरू करते हैं। लेकिन चाहे गली क्रिकेट हो या अंतरराष्ट्रीय मैच, वह सिर्फ फिक्सिंग का काम करते हैं और कुछ नहीं।” गौरतलब है कि मनोज जरांगे जब मराठा आरक्षण की खातिर भूख हड़ताल पर बैठे थे, तो उनसे मुलाकात करने और एकजुटता दिखाने वालों में राज ठाकरे भी शामिल थे।