हमारे यहां परिवारवाद नहीं है, बल्कि देश के प्रति भक्ति और विश्वास है: प्रियंका गाँधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने सोमवार को अपनी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी को याद करते हुए सोमवार को कहा कि उन्होंने उनके दिल में देशभक्ति की भावना इस तरह पैदा की कि उनकी हत्या के बाद भी देश के प्रति उनका विश्वास कभी नहीं डिगा।
प्रियंका गांधी ने यह बात तब कही, जब रैली में शामिल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया। महंत ने कहा कि बिलासपुर की जनता इंदिरा गांधी से प्रेम करती है और उनमें (प्रियंका में) इंदिरा गांधी की छवि दिखती है।
चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस में ‘परिवारवाद’ का आरोप लगाए जाने पर राजनीतिक विरोधियों की भी आलोचना की और कहा, ”यह परिवारवाद नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति भक्ति और लोगों पर विश्वास है।
उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या के दौरान घटी घटनाओं को याद करते हुए कहा, ”..हमारी दादी सिर्फ हमारी दादी नहीं, बल्कि एक महान शख्सियत थीं। कोई उसे इस तरह इतनी बेरहमी से कैसे मार सकता है? मैं अक्सर सोचती हूं कि उन्होंने हमारे दिलों में देशभक्ति की कैसी भावना पैदा की होगी कि इतनी हिंसक घटना के बावजूद देश के प्रति हमारा विश्वास एक मिनट या एक सेकंड के लिए भी नहीं डिगा।
प्रियंका ने कहा, ”मैं ये सब बातें इसलिए कह रही हूं, क्योंकि जब हम नेहरू जी, इंदिरा जी और राजीव जी की बात करते हैं, तो हमारी आलोचना करने वाले लोग तुरंत ‘परिवारवाद’ का मुद्दा उठा देते हैं। मैं आपको बताना चाहती हूं कि यह परिवारवाद नहीं है, बल्कि यह देश के प्रति भक्ति है, जिसे तोड़ा नहीं जा सकता।
लोगों से वोट डालते समय जागरूक रहने की अपील करते हुए प्रियंका ने कहा, ”अगर लोग जागरूक हो जाएं, तो कोई भी उनका भविष्य बर्बाद नहीं कर सकता.. आपका ध्यान (मतदान करते समय) ‘अर्जुन’ (महाभारत के एक पात्र) की तरह होना चाहिए, जिसने अपने लक्ष्य से ध्यान नहीं भटकाया।