दुनियां को भारत की क्षमताओं का लाभ उठाना चाहिए: जयशंकर

दुनियां को भारत की क्षमताओं का लाभ उठाना चाहिए: जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज दुनिया के विभिन्न देशों से अपील की कि वे अपने देश की प्रगति के लिए भारत की क्षमताओं और युवा श्रमिक शक्ति का लाभ उठाएं। डॉ. जयशंकर ने यह अपील यहां सुषमा स्वराज भवन में प्रवासी श्रमिकों की कानूनी और सुरक्षित प्रवास के लिए विदेश मंत्रालय के फॉरेन एम्प्लॉयमेंट डिवीजन द्वारा विकसित किए गए पोर्टल ‘ई-माइग्रेशन’ के नए संस्करण के अनावरण के अवसर पर की। इस अवसर पर श्रम, रोजगार, खेल और युवा मामलों के केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और विदेश राज्य मंत्री पवित्रा मार्गारीटा भी उपस्थित थीं।

डॉ. जयशंकर ने कहा कि पिछले साल विदेश मंत्रालय के अभियान के दौरान सुरक्षित और कानूनी प्रवास के चैनलों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट जारी किया था जिसका नारा था ‘गो सेफ, गो प्रोटेक्टेड’। आज का यह कार्यक्रम उसी भावना को दर्शाता है क्योंकि यह जीवन को आसान बनाने और लोगों पर केंद्रित शासन को बढ़ाने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ई-माइग्रेट पोर्टल का शुभारंभ भारतीय श्रमिकों के लिए एक सुरक्षित, अधिक पारदर्शी और समग्र प्रवास सुनिश्चित करने की हमारी निरंतर कोशिश का प्रमाण है और हमारे नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए हमारी कोशिशों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

विदेश मंत्री ने कहा कि एक तरफ हम भारत की अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रतिष्ठा में अपने प्रवासी श्रमिकों के अमूल्य योगदान को स्वीकार करते हैं, वहीं हमें विदेशी धरती पर उन्हें होने वाले खतरों को भी मान्यता देनी चाहिए। हमारे मिशनों, खासकर खाड़ी देशों में, श्रम अटैचियों को तैनात किया गया है जो श्रम और अन्य शिकायतों के निवारण को सुनिश्चित करते हैं।

जयशंकर ने कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि संशोधित ई-माइग्रेट पोर्टल में 24×7 बहुभाषी हेल्पलाइन नंबर भी शामिल है, जो उन्हें आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए हैं, जिनका कभी-कभी त्वरित समाधान आवश्यक होता है।” उन्होंने कहा कि यह पोर्टल और मोबाइल ऐप प्रवासी श्रमिकों के लिए अवसरों के द्वार खोल रहा है। भारत सरकार ने उनके लिए रोजगार के अवसरों के साथ-साथ सुरक्षित और प्रशिक्षित प्रवास के लिए सभी कदम भी उठाए हैं।

विदेश मंत्री ने इस अवसर पर मौजूद विदेशी राजनयिकों से अपील की कि वे अपने-अपने देशों की विकास यात्रा में भारत के मेहनती युवाओं की क्षमताओं और कौशल का लाभ उठाएं। उन्होंने सभी हितधारकों से ई-माइग्रेट पोर्टल का उपयोग करने की भी अपील की।

केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की सभी मंत्रालयों और विभागों को समग्र रूप से सोचना चाहिए और योजना तैयार करनी चाहिए। ई-माइग्रेट पोर्टल उसी सोच का परिणाम है, जिसमें श्रम और रोजगार मंत्रालय का नेशनल करियर पोर्टल और माई भारत पोर्टल भी जुड़ा हुआ है। इससे दुनिया के अन्य देशों को भी भारत की क्षमताओं का लाभ उठाने का मौका मिलेगा।

डिजी लॉकर, लगभग छह लाख कॉमन सर्विस सेंटर्स, भाषा अनुवाद सेवा, उमंग पोर्टल को ई-माइग्रेट पोर्टल और मोबाइल ऐप में जोड़ा गया है। आर्थिक रूप से जरूरी 21 (ईसीआर) श्रेणी के देशों और गैर-ईसीआर देशों में काम करने के इच्छुक श्रमिक सीधे पंजीकरण कर सकते हैं। विदेशी मिशनों में प्रवास अटैची स्थायी रूप से तैनात किए जाते हैं जो प्रवासी श्रमिकों की मदद के मामलों को देखते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Hot Topics

Related Articles