हमारे खिलाफ एक ही केस को बार-बार चार्जशीट किया जाता है: राबड़ी देवी
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू परिवार को मंगलवार को बड़ी राहत मिली। इस मामले की सुनवाई दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने लालू यादव की बेटी हेमा यादव और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव व अन्य को 50-50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दी।
सुनवाई के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव समेत उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और उनकी बेटी हेमा यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में उपस्थित रहे। इस मामले में लालू यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव समेत 8 आरोपियों को पहले ही कोर्ट जमानत दे चुकी है। सुनवाई के दौरान आज भोला यादव कोर्ट में मौजूद थे। भोला यादव को नियमित जमानत मिली है।
इस राहत के बाद बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि एक ही केस है और बार-बार चार्जशीट करते रहते हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब चुनाव आता है तब परेशान किया जाता है। उन्होंने कहा कि जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। केंद्र सरकार हो या बिहार सरकार, परेशान कर रही है, जब-जब चुनाव आता है, ऐसा ही किया जाता है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि हम लोगों को राहत मिलेगी। हम लोगों ने गुनाह नहीं किया है। हम लोगों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। हम लोग न्यायालय का सम्मान करते हैं। न्यायालय जैसे कहता है, वैसे करते हैं। न्यायालय का हमेशा सम्मान है।
मामले में सीबीआई ने राजद अध्यक्ष लालू यादव समेत 75 से अधिक लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में बताया गया था कि लालू यादव ने 2004 से 2009 के बीच केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहते हुए ग्रेड फोर यानी निचले स्तर की नौकरियां देने के लिए लोगों से जमीन लिखवाई और प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराई। आरोप है कि जमीन लेकर लाभार्थियों को हाजीपुर रेलवे जोन सहित कई जगहों पर नौकरियां दी गईं।