राज्य की जनता मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है: शिंदे
महाराष्ट्र बीजेपी ने ऐलान कर दिया है कि नई सरकार 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेगी। लेकिन महाराष्ट्र में महायुति को भारी बहुमत मिलने के बाद भी सीएम के नाम को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इस बीच कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद पर उनकी वापसी के लिए एक मजबूत पिच बनाई है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
शिवसेना नेता और कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने इंडियन एक्सप्रेस से बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा, “मैं जनता का मुख्यमंत्री हूं। मैं हमेशा ही ये कहता आया हूं कि मैं एक मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ एक आम आदमी भी हूं। मैं लोगों की समस्या को जानता हूं और उनके दर्द को समझता भी हूं। मैंने उनकी समस्याओं को दूर करने की कोशिश की है। मैं आम लोगों के लिए काम करता हूं। इसी वजह से लोग मानते हैं कि मुझे ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
शिंदे ने राज्य में कुछ वर्गों की मांग के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें फिर से पद संभालना चाहिए।उन्होंने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को यह भी याद दिलाने की कोशिश की कि उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक लड़े गए, हालांकि उन्होंने दोहराया कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा लिए गए फैसले का समर्थन करेगी।
महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रवीण दरेकर ने रविवार को एक बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा, “महायुति में कुछ भी घमासान नहीं है। इसमें अच्छी तरह से समन्वय और तालमेल है। अब, 5 दिसंबर को महायुति की सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। तीनों पार्टी के नेता शपथ लेंगे।
एकनाथ शिंदे से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, “जब वह थक जाते हैं तो आराम करने गांव चले जाते हैं। लेकिन, अभी सभी लोग इसका राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “तीनों पार्टियां भाजपा, शिवसेना और एनसीपी एक साथ मिलकर चलेंगी। अगर एक साथ नहीं चली तो लोगों को अच्छा संदेश नहीं जाएगा, यह कल्पना तीनों पार्टियों के नेताओं को है।