कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच० डी० कुमारस्वामी (H. D. Kumaraswamy) ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस की निंदा की।
बता दें कि पुलिस ने पिछले सप्ताह राकेश टिकैत पर “भड़काऊ भाषण” के आरोप में FIR दर्ज की थी पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वो वास्तव में भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ मामले दर्ज करना चाहते हैं, तो भाजपा नेताओ के खिलाफ FIR दर्ज करें जो हर रोज़ भड़काऊ भाषण दिया करते हैं अगर पुलिस उन पर FIR दर्ज करती तो अब तक भाजपा नेताओं के खिलाफ कितने मामले दर्ज होने चाहिए थे?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार जनता दल (सेक्युलर) के वरिष्ठ नेता ने टिकैत के खिलाफ मुकदमे वापस लेने की मांग की है। राकेश टिकैत का “संघर्ष करना और संघर्ष के लिए आह्वान करना संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों के भीतर है। उसने मारपीट या हत्या करने के लिए नहीं बुलाया। कुमारस्वामी ने कहा कि टिकैत के खिलाफ एफआईआर को जल्द से जल्द वापस लिया जाना चाहिए।
बता दें कि दक्षिण भारत के शिवमोग्गा में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा था कि कर्नाटक के किसानों से आग्रह किया था कि वे तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में अपने ट्रैक्टरों के साथ बेंगलुरु की घेराबंदी करें। साथ ही टिकैत ने कहा था “… आपको बेंगलुरु को दिल्ली में बदलना होगा। आपको पुरे शहर में आंदोलन करना होगा।
टिकैत के इस भाषण पर 23 मार्च को कथित उकसाने वाले भाषण को लेकर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस के अनुसार, किसान नेता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना) दर्ज की गई है।