बांग्लादेश के घटनाक्रम ने संदेश दिया है कि सरकारों को जनता के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए: उद्धव ठाकरे
नई दिल्ली: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिंसा से तबाह बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार रोकने की चुनौती दी। ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री यूक्रेन में युद्ध रोक सकते हैं, वे निश्चित रूप से भारत के पड़ोसी देश में भी ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन में युद्ध रोक सकते हैं, तो उन्हें बांग्लादेश में भी इसी तरह के कदम उठाने चाहिए और वहां के हिंदुओं को बचाना चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रम ने दुनिया को संदेश दिया है कि जनता सर्वोच्च है और सरकारों को उनके धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल से संबंधित एक प्रश्न पर ठाकरे ने कहा, ‘‘क्या आपको लगता है कि भारत में भी ऐसी ही स्थिति बन सकती है?’’ बांग्लादेश के घटनाक्रम पर उनके संदेश के बारे में पूछे जाने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एकमात्र संदेश यह है कि जनता सर्वोच्च है और राष्ट्र के भाग्य की अंतिम निर्णायक वही है।
ठाकरे ने भाजपा के लोकसभा चुनाव अभियान के विज्ञापन का हवाला देते हुए सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘अगर वह यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध रोक सकते हैं, तो पापा से कहें कि वह इस युद्ध को भी रोकें। पापा, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं, कृपया उनके साथ न्याय करें।
ठाकरे ने कहा, बांग्लादेश की घटना का ‘केवल एक ही संदेश है, जनता सर्वोच्च है और किसी भी नेता को उनके धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं, तो जनता की अदालत क्या कर सकती है, यह बांग्लादेश में दिखा है। जनता की अदालत सर्वोच्च है। जनता की अदालत ने बांग्लादेश में फैसला सुनाया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह के विरोध प्रदर्शन श्रीलंका और इज़रायल में भी देखे गए, जहां प्रधानमंत्री के लिए अपने घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। ठाकरे ने कहा कि बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों को ‘‘रजाकार’’ कहा गया, जिसे उस देश में अपमानजनक माना जाता है।
उद्धव विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया)’ के नेताओं से मुलाकात करने और खासकर महाराष्ट्र, हरियाणा तथा झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के संबंध में रणनीति पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में हैं। ठाकरे ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की रक्षा करना केंद्र सरकार का कर्तव्य है, जो संघर्षग्रस्त देश में प्रदर्शनकारियों के अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन में युद्ध रोक सकते हैं, तो उन्हें बांग्लादेश में भी इसी तरह के कदम उठाने चाहिए और वहां के हिंदुओं को बचाना चाहिए।’’