जम्मू के हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ और आगजनी का आरोपी हिन्दू निकला
जम्मू जिला के नगरोटा के हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ को लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष है। नगरोटा के नारायणा खुह स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में मूर्तियों और फोटो को नुकसान पहुंचाया गया है। जैसे ही स्थानीय ग्रामीणों को इस बात का पता चला तो वे मंदिर के पास एकत्रित हो गए और आक्रोश जताने लगे। यह घटना शनिवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई। बता दें, हाल में जम्मू संभाग के जिला रियासी में भी एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद रियासी में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन देखने को मिले। गुस्साए लोगों ने एक दिन के रियासी को बंद भी रखा गया।
जम्मू पुलिस ने कहा कि जम्मू के बाहरी इलाके में एक मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी को घटना के कुछ घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि मंदिर में तोड़फोड़ और आगजनी के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे व्यक्ति ने दावा किया कि उसने मंदिर में “समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा किए जा रहे काले जादू से परेशान होकर” शनिवार रात को इस कृत्य को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी के पकड़े जाने की जानकारी एक्स पर शेयर की लेकिन यह नहीं बताया कि आरोपी किस समुदाय से है।
पुलिस अधीक्षक ब्रिजेश शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि पिछले शनिवार की रात, नारायण खू क्षेत्र में एक मंदिर में मूर्तियों के अपमान और मटके जलाने की शिकायत के बाद नगरोटा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। एसपी ने बताया कि “एफएसएल और अपराध शाखा के विशेषज्ञों की टीम ने खोजी कुत्तों के साथ घटना की तेजी से जांच की। जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, चार लोगों को पकड़ा गया। छानबीन के बाद अर्जुन शर्मा को मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार कर लिया गया।”
पुलिस अधिकारी के मुताबिक अर्जुन शर्मा ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि “आरोपी की समय पर गिरफ्तारी होने से इलाके में तनाव होने से बच गया। मुख्य आरोपी अर्जुन शर्मा ने पुलिस को बताया कि उस मंदिर में हिन्दू समुदाय के कुछ लोग काला जादू करते थे। जिससे वो बहुत नाराज था। गाँव के ‘नंबरदार’ और अन्य प्रभावशाली लोगों ने उसकी शिकायतों पर ध्यान ही नहीं दिया। तब उसने यह कदम उठाया।
गहन पूछताछ करने पर उसने वारदात को अंजाम देने की बात को कुबूल लिया। एसपी ने लोगों से अपील की कि पुलिस का पक्ष लिए बिना इंटरनेट मीडिया में संवेदनशील मुद्दों को उछालें नहीं। बता दें कि तोड़फोड़ का पता चलते गांव के लोगों और हिंदू संगठनों ने देर रात तक प्रदर्शन किया था। 30 जून को रियासी जिले में भी एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। विरोध में रियासी भी एक दिन बंद रखा गया था। इस मामले में 40 से अधिक लोगों को पुलिस ने पकड़ा है।