संसद का निलंबन सत्र: सदब से अब तक कुल 141 सांसद निलंबित
पिछले सप्ताह से ही संसद में सुरक्षा चूक को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर विपक्ष विरोध-प्रदर्शन कर रहा है। संसद से मंगलवार को 49 और विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इन पर अनियमित व्यवहार का आरोप है। एक दिन पहले ही 78 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।
मंगलवार को जिन सांसदों पर कार्रवाई की गई है उनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता शशि थरूर, मनीष तिवारी और कार्ति चिदंबरम, एनसीपी की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव, दानिष अली उन सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कार्यवाही बाधित करने के लिए निलंबित कर दिया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा सांसदों के निलंबन के लिए प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पिछले हफ्ते बुधवार को दो युवक लोकसभा के अंदर घुस गए थे और धुआं छोड़ा था। इसे बहुत बड़ी सुरक्षा सेंध माना गया। विपक्ष ने गुरुवार और शुक्रवार को इस मुद्दे पर दोनों सदनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की। सरकार ने दोनों सदनों में इस पर चर्चा नहीं होने दी तो हंगामा हुआ। लोकसभा स्पीकर ने खराब आचरण का आरोप लगाते हुए लोकसभा में इंडिया गठबंधन के 13 सांसदों और राज्यसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शेष सत्र के लिए सदन से निष्कासित कर दिया था।
सोमवार को जब सत्र शुरू हुआ तो हंगामा जारी रहा और इस बीच 78 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इसमें से 33 लोकसभा के और 45 राज्यसभा के सांसद थे। सोमवार तक कुल 92 सांसदों को निलंबित किया जा चुका था। जब मंगलवार को कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों के नेताओं ने अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखा। इस वजह से पहले लोकसभा को पहले दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
बाद में भी जब सदन शुरू हुआ तो विपक्षी सांसदों ने संसद सुरक्षा चूक पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बयान के लिए दबाव डाला। उन्होंने तख्तियां दिखाईं और नारे लगाए- ‘पीएम सदन में आओ। गृह मंत्री इस्तीफा दें।’ इस बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष हालिया विधानसभा चुनावों में हार से नाराज है।