पीएम मोदी और केरल सरकार की प्रशंसा कर सुर्खियों में आए शशि थरूर
प्रधानमंत्री मोदी और केरल की लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार की प्रशंसा करके सुर्खियों में आए तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर को लेकर कांग्रेस से उनके मतभेद की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि वह कांग्रेस से नाराज हैं और उनका कहना है कि, हाईकमान, पार्टी में उनकी भूमिका को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दे रहा है।
अब उन्होंने यह कहकर सबको चौंका दिया है कि, वह पार्टी के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन अगर उनकी सेवाओं की जरूरत नहीं है तो उनके पास ‘विकल्प’ मौजूद हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह बयान मलयालम भाषा के एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिया है। इस बयान के बाद कई तरह की अटकलें तेज हो गई हैं, हालांकि उन्होंने इसका खंडन किया है।
थरूर ने हाल ही में पीएम मोदी के अमेरिका दौरे की सराहना की थी, साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के कामकाज की भी तारीफ की थी। इससे राजनीतिक हलकों में उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें शुरू हो गई थीं। हालांकि, इन टिप्पणियों के बीच, थरूर ने कांग्रेस छोड़ने की अफवाहों का खंडन किया और कहा कि वह केवल पार्टी से अपनी भूमिका को लेकर सवाल कर रहे हैं।
थरूर, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था, उसके बाद से ही वह पार्टी में हाशिए पर चल रहे हैं। तिरुवनंतपुरम से वह चौथी बार लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने पार्टी नेता राहुल गांधी से भी अपनी भूमिका तय करने को लेकर चर्चा की, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। अब पीएम मोदी और केरल सरकार की प्रशंसा करने के साथ-साथ पार्टी की सेवा के लिए अपनी उपलब्धता जताते हुए उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि उनके पास ‘विकल्प’ मौजूद हैं।
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल बढ़ गई है और अटकलें तेज हो गई हैं कि वे कांग्रेस छोड़ सकते हैं। इस बीच, शशि थरूर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अंग्रेजी कवि थॉमस ग्रे की एक कविता की पंक्ति भी पोस्ट की, जिसका भावार्थ है – “जहां अज्ञानता आनंददायक हो, वहां ज्ञान होना मूर्खता है।” इसे भी उनके कांग्रेस हाईकमान से मतभेद से जोड़कर देखा जा रहा है।