पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद संजय निरुपम कांग्रेस से निष्कासित

पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद संजय निरुपम कांग्रेस से निष्कासित

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद संजय निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम को बुधवार (3 अप्रैल) को ही स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी हटाया गया था। इधर पार्टी के फैसलों से नाराज निरुपम ने कहा है कि पार्टी अपनी ऊर्जा और स्टेशनरी मुझ पर खर्च न करे। कल मैं बड़ा फैसला कर लूंगा।

संजय निरुपम उत्तरी मुंबई से कांग्रेस सांसद रह चुके हैं। इस बार यह सीट समझौते के तहत शिवसेना यूबीटी के पास है। निरुपम पार्टी पर इस सीट पर समझौता तोड़कर उन्हें टिकट देने की जिद पर अड़े हुए थे। कांग्रेस ने एमवीए और इंडिया गठबंधन को बचाने के लिए संजय निरुपम के सामने झुकने से इनकार कर दिया।

पूर्व शिवसैनिक निरुपम ने 2005 में शिवसेना छोड़ दी थी। उन्होंने उत्तर भारतीय फेरीवालों का मुद्दा उठाया और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गये। 2009 में उन्होंने मुंबई उत्तर सीट से चुनाव लड़ा और जीते। निरुपम 2014 में उसी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के गोपाल शेट्टी के खिलाफ चुनाव हार गए थे।

संजय निरुपम ने अपने निष्कासन को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर बृहस्पतिवार को कटाक्ष करते हुए दावा किया कि पार्टी को अपना इस्तीफा भेजने के बाद उन्हें निष्कासित किया गया। इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने स्टार प्रचारक की सूची से निरुपम का नाम हटा दिया था, जिससे संकट के बढ़ने का संकेत मिला।

निरुपम के खिलाफ कार्रवाई की मांग तब बढ़ गई जब उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन के तहत सीट-बंटवारे की बातचीत के दौरान मुंबई की सीट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी को देने को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की।

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