अपनी नई पार्टी बना सकते हैं सचिन पायलट
राजनीतिक हलकों में जोरो से चर्चा है कि सचिन 11 जून को जन संघर्ष या राज प्रगतिशील के नाम पर नई पार्टी का ऐलान कर कांग्रेस को बाय बाय कर सकते है। लेकिन उनके समर्थक अभी भी इस बात के पक्षधर है कि नई पार्टी के बजाय कांग्रेस में रहना बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय होगा। क्योंकि नई पार्टी का भविष्य क्या होगा, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट ने तय कर लिया है कि वह अपनी नई पार्टी बनाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने इसका नाम भी तय कर लिया है। वे प्रगतिशील कांग्रेस नाम से नई पार्टी बना सकते हैं। इस नई पार्टी की घोषणा 11 जून को जयपुर में की जा सकती है। यह दिन इसलिए भी खास है कि इसी दिन सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि भी है।
सचिन पायलट के कांग्रेस छोड़ने और नई पार्टी बनाने के संभावित राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि पायलट कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाते हैं तो कितने विधायक उनके साथ जाएंगे। कितने कार्यकर्ताओं और लोगों का उन्हें साथ मिलेगा।
विधायक किसी भी तरह की रिस्क लेने के मूड में नही है। नई पार्टी की घोषणा होने पर उनके समर्थक मंत्री अपना पद छोड़ देंगे, सम्भवना नजर नही आती। पायलट के समर्थित विधायक चाहते है कि ईगो को साइड में रखकर एक बार सुलह के प्रयास किये जाने चाहिए। भावावेश अथवा आवेश में उठाया गया कदम कइयों का राजनीतिक भविष्य चौपट कर सकता है।
उधर राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा कह चुके है कि पायलट कांग्रेस छोड़कर कही नही जा रहे है । इसका सीधा अर्थ है कि राहुल गांधी के अमेरिका से आने के बाद ऐसा फार्मूला तैयार किया जा सकता है जो दोनो पक्षो को ग्राह्य हो। अगर फार्मूला पायलट के आत्मसम्मान के विपरीत हुआ तो वे नई पार्टी का ऐलान करने से कतई नही चूकेंगे । क्योकि उनका आलाकमान से भरोसा खण्डित हो चुका है।