आरएसएस सदस्य शांतनु सिन्हा ने भाजपा आईटी सेल के हेड, अमित मालवीय पर यौन शोषण का आरोप लगाया
भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय पर आरएसएस के एक नेता ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये हैं। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत का कहना है कि संघ परिवार के नेता शांतनु सिन्हा के आरोप से ना सिर्फ़ BJP में बल्कि पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में भूचाल आ गया है। अमित मालवीय की दरिंदगी को बेनक़ाब करने वाले शांतनु सिन्हा पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता राहुल सिन्हा के भाई हैं। शान्तनु सिन्हा ABVP के सदस्य रह चुके हैं और वर्तमान में हिंदू संघ के प्रमुख हैं।
RSS के शांतनु सिन्हा ने कहा है कि भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय बंगाल में महिलाओं का यौन शोषण करते हैं। शांतनु सिन्हा का कहना है कि बंगाल के नेताओं में होड़ लगी हुई है कि इस दरिंदे को औरतों की आपूर्ति कौन करेगा। अमित मालवीय पर न केवल बंगाल के पाँच सितारा होटलों में बल्कि भाजपा के कार्यालय तक में महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप लगा है।
इस संबंध में न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर इस तरह शुरू होती है- बीजेपी के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय की कानूनी टीम ने 8 जून को आरएसएस सदस्य शांतनु सिन्हा को कानूनी नोटिस भेजा है। पत्र में लिखा है, “…आरोपों की प्रकृति बेहद आक्रामक है, क्योंकि उनमें मेरे मुवक्किल द्वारा कथित तौर पर किए गए यौन दुराचार का झूठा आरोप लगाया गया है। यह मेरे मुवक्किल की गरिमा और प्रतिष्ठा के लिए घातक रूप से हानिकारक है, जो अपने प्रोफेशनल प्रोफ़ाइल के आधार पर एक सार्वजनिक व्यक्ति है…।”
सुप्रिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अभी 24 घंटे भी शपथ लिए हुए नहीं हुए कि भाजपा के एक बहुत ही प्रमुख पदाधिकारी, उसके आईटी सेल के प्रमुख के खिलाफ यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस नेता ने निष्पक्ष जांच के लिए मालवीय को उनके प्रभावशाली पद से फौरन हटाने की मांग की। उन्होंने कहा “आज हम अमित मालवीय को उनके पद से तत्काल हटाने की मांग करते हैं। यह अत्यंत प्रभावशाली पद है। यह सत्ता का पद है और इसकी कोई स्वतंत्र जांच नहीं हो सकती। जब तक उन्हें उनके पद से नहीं हटाया जाएगा, तब तक न्याय नहीं हो सकता।”
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी एक बार फिर से इतने गंभीर यौन शोषण के आरोप BJP और संघ के ही अंदर से एक ऐसे व्यक्ति पर लगे हैं जो BJP के प्रचार प्रसार का मुखिया बना बैठा है। यह वही आदमी है जिसने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के ख़िलाफ बेशर्मी से झूठ और फेक न्यूज फैलायी, जो विरोधियों के खिलाफ षड्यंत्र रचने में बड़ी भूमिका निभाता है। यौन शोषण का आरोपी अमित मालवीय वही आदमी है जिसने संदेशखाली जैसे संवेदनशील मुद्दे पर झूठ प्रचारित किया, जिसने हाथरस में पीड़िता का चरित्र हनन किया। यह वही व्यक्ति है जो पहले सोशल मीडिया पर खुलेआम पॉर्न की बातें करता था, यह वही व्यक्ति है जिसने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को ग़लीच और घिनौना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
अमित मालवीय ने RSS के शांतनु सिन्हा के खिलाफ मानहानि के आरोप में 10 करोड़ रुपये का मुकदमा दायर किया है। मित मालवीय ने इस पर सख्त एक्शन लिया है। अमित मालवीय की कानूनी टीम ने नोटिस भेजते हुए लिखा- कथित यौन दुराचार के झूठे आरोपों की प्रकृति बेहद आपत्तिजनक है। जो मेरे मुवक्किल की गरिमा और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रहे हैं। चूकि वह एक पेशेवर और सार्वजनिक व्यक्ति हैं इसलिए इन आरोपों पर तीन दिनों तक जवाब दें। बता दें कि तीन दिनों का नोटिस पीरियड 11 जून को समाप्त हो रहा है।