राहुल गांधी ने मोची की दुकान पर अपने हाथों से सिली चप्पल, उनके मुद्दे संसद में उठाने का वादा किया
सुल्तानपुर: राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का सिलसिला अब भी जारी है क्योंकि वह हर दूसरे या तीसरे दिन इस यात्रा का विस्तार करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में मजदूरों, कर्मचारियों या निचले तबके के लोगों से मिलते हैं और उनके कामों के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। ऐसी ही एक कोशिश उन्होंने सुल्तानपुर की अदालत में पेश होने के बाद वापसी में की। वहाँ से लौटते समय राहुल गांधी का काफिला जब जिले के गाँव कोरे भार के विधायक चौक पर अचानक रुका तो पूरे गाँव में हलचल मच गई।
इस काफिले की गाड़ी से उतरकर राहुल गांधी सीधे मोची चीत राम की दुकान पर पहुंच गए जहां उन्होंने चीत राम का हाल-चाल पूछा और उनके काम का तरीका सीखने की कोशिश की। इस दौरान राहुल ने अपनी चप्पल की मरम्मत करवाई और बातों-बातों में यह जानने की कोशिश की कि चीत राम अपना घर कैसे चलाते हैं। मोची ने बताया कि यह दुकान ही उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र जरिया है और इसके जरिए वह मुश्किल से इस महंगाई के दौर में अपना गुजारा कर पाते हैं।
उन्होंने राहुल से सादगी से अनुरोध किया कि वह बड़े आदमी हैं और बड़े-बड़े लोगों को जानते हैं, इसलिए मोचियों की मदद करें क्योंकि इस व्यवसाय में पहले भी ज्यादा नहीं मिलता था और अब जबकि बाजार तेजी से बदल रहा है और चप्पल-जूते आसानी से उपलब्ध हैं, बहुत कम लोग उनकी मरम्मत करवाने आते हैं। राहुल ने यह जानने के बाद चीत राम को भरोसा दिलाया कि वह उनकी पूरी बिरादरी के मुद्दों को संसद में उठाएंगे और उन्हें राहत दिलाने की कोशिश करेंगे।
इससे पहले राहुल गांधी ने चीत राम को शरबत भी पेश किया और दोनों ने साथ बैठकर शरबत पिया। इस दौरान राहुल ने मोची चीत राम के साथ तस्वीरें खिंचवाईं और उन्हें फिर से यकीन दिलाया कि वह उनकी बिरादरी के मुद्दों को हल कराने में अपनी भूमिका जरूर निभाएंगे। इस मुलाकात के दौरान गाँव और आसपास के सैकड़ों लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।