कर्नाटक का सियासी नाटक , येदियुरप्पा गए तो कौन बनेगा मुख्यमंत्री ? कहने को तो कर्नाटक बीजेपी में सब कुछ ठीक चल रहा है मगर हालात कुछ और कह रहे हैं।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को सिरे से नकार दिया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों की सुगबुगाहट कुछ और कहानी बयां कर रही है।
खबर आ रही है कि येदियुरप्पा का सीएम की कुर्सी से हटना तय है। हालांकि कहा जा रहा है कि कुर्सी से विदाई की अवस्था में भी येदियुरप्पा अपने बेटे के लिए उपमुख्यमंत्री पद चाहते हैं जबकि भाजपा ने इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं किया है। येदियुरप्पा के हटने के बाद कई चेहरे सीएम पद की दौड़ में हैं, लेकिन इनमें तीन प्रबल दावेदार हैं।
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पहला नाम गृहमंत्री अमित शाह की पसंद प्रह्लाद जोशी का है। उन्हें पीएम मोदी भी पसंद करते हैं। कहने को तो कर्नाटक में ब्राह्मण समाज 2-3 फीसदी है, लेकिन उससे किसी को बैर नहीं है। लिहाजा अगले चुनाव तक के लिए वो नॉन कॉन्ट्रोवर्शियल फेस हो सकते हैं।
दूसरा नाम राज्य के गृहमंत्री बासवराज बोम्मई का है । उनका संगठन से जुड़े होना भी उन्हें इस पद का प्रबल दावेदार बनाता है। कुछ ही दिन पहले उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थी। कोविड के दौरान उनके काम को लेकर उनकी तारीफ भी हुई। वो लिंगायत सम्प्रदाय के हैं।
तीसरा नाम येदियुरप्पा सरकार में खनन मंत्री मुरगेश निरानी का है। वह कर्नाटक सीएम की पसंद भी है। कर्नाटक शुगर इंडस्ट्री के बड़े उद्योगपति मुर्गेष निरानी भी लिंगायत समाज से आते हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पहला नाम गृहमंत्री अमित शाह की पसंद प्रह्लाद जोशी का है। उन्हें पीएम मोदी भी पसंद करते हैं। दूसरा नाम राज्य के गृहमंत्री बासवराज बोम्मई का है ।