पीएम मोदी को ‘एम’ से ‘मटन, फिश, मुगल, मंगलसूत्र, मुजरा’ याद है, लेकिन अपने पद की ‘गरिमा’ की चिंता नहीं: खड़गे
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अपने भाषण में ‘इंडिया गठबंधन’ के लिए ‘मुजरा’ शब्द का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीखा जवाब दिया है। हिमाचल प्रदेश में मीडिया को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा, ”मोदीजी घबरा गए हैं, इसलिए उनके मुंह से ऐसे शब्द निकल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में अपने भाषण के दौरान ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, जो कभी किसी देश के प्रधानमंत्री ने इस्तेमाल नहीं किया।
हम सभी प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करते हैं, लेकिन क्या इस पद की गरिमा बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी नहीं है? मोदी के भाषण पर आपत्ति जताते हुए खड़गे ने कहा, ”नाचने दो’ और ‘माजरा’ जैसे शब्द देश के प्रधानमंत्री की जुबान की शोभा नहीं बढ़ाते।’ उन्हें अपने पद की गरिमा बनाये रखनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषणों में चीजों को भड़काने में माहिर हैं। वे हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं और एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाते हैं।’
खड़गे ने आदिवासियों और दलितों के अधिकारों को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जो संविधान में है, मोदी सरकार उसे एक-एक कर बाहर कर रही है। उन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर रही है। इसलिए कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से मोदी सरकार के खिलाफ खड़ी हो गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के लगातार आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल पर दुख जताते हुए कहा, ‘चुनाव के दौरान मोदी जी को ‘एम’ से ‘मटन’ याद आता है, ‘एम’ से ‘मछली’ याद आती है, ‘एम’ से मुग़ल याद आता है’, ‘म’ से मंगलसूत्र याद आता है, ‘म’ से ‘मुजरा’ याद आता है, लेकिन ‘एम’ से ‘मर्यादा’ (गरिमा) याद नहीं आती, जो प्रधानमंत्री पद के लिए होनी चाहिए।