कश्मीर में दहशत का माहौल, आतंकियों को लेकर विरोधाभासी खबरें अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी और कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवाद की नई लहर को लेकर दहशत का माहौल है।
कश्मीर में 230 पाकिस्तानी आतंकियों के साथ ही 450 से अधिक आतंकियों की मौजूदगी की खबरें आ रही हैं। फिलहाल कश्मीर में कितने आतंकी सक्रिय हैं और कितने घुसपैठ करने की तैयारी कर रहे हैं इस मुद्दे पर विरोधाभासी खबरें एवं पेश किए जाने वाले आंकड़ों ने कश्मीर में दहशत का माहौल बना रखा है।
भारतीय सेना ने कुछ दिनों पहले खबर देते हुए कहा था कि कश्मीर में 250 सक्रिय आतंकी हैं। उसके कुछ दिन बाद ही जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने यह संख्या 450 से अधिक बताई है।
यही नहीं कहा जा रहा है कि सीमा पार घुसपैठ करने के लिए आतंकियों की पूरी एक खेत तैयार बैठी है जिन का आंकड़ा अलग-अलग बताया जा रहा है। डीजीपी ने हाल ही में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि 230 पाकिस्तानियों के साथ 450 से अधिक आतंकी घाटी में मौजूद हैं।
उत्तरी कश्मीर में अधिकतर आतंकी पाकिस्तानी हैं जिनका संबंध लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से है जबकि हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े अधिकतर आतंकी दक्षिणी कश्मीर में हैं जिनमें अधिकतर स्थानीय हैं।
डीजीपी ने कहा कि जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद सुरक्षा बलों की ओर से बनाए गए दबाव के कारण अधिकतर आतंकी पहाड़ों में सुरक्षित ठिकानों में चले गए हैं। इन आतंकियों को घेरने के लिए सुरक्षा बल जल्दी ही पहाड़ों पर घेराबंदी और सर्च अभियान चलाएंगे।
भारतीय सेना की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने एलओसी के निकट स्थित अपने आतंकी शिविरों और कई लांच पैडों को सक्रिय कर दिया है।
कहा जा रहा है कि 300 से 400 आतंकियों को घुसपैठ कराने की तैयारी की जा रही है। यह पहला अवसर नहीं है जब जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से अफगान और पश्तून आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराई जा रही है।