मोदी-बाइडेन के बयान पर पाक ने जताई नाराज़गी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले सप्ताह के बयान को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पसंद नहीं किया। अमेरिकी दूतावास के मिशन के उप प्रमुख के सामने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अपना विरोध जताया है।
दरअसल पिछले सप्ताह पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने अपने बयान में पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि उसके क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी हमलों के लिए नहीं किया जाएगा।
रॉयटर्स के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत की ओर से यह बयान शुक्रवार को व्हाइट हाउस में दोनों देशों के नेताओं के बीच एक बैठक के बाद जारी किया गया था। इसकी पाकिस्तान ने आलोचना की थी, उसने इसे राजनयिक मानदंडों के विपरीत बताया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते वर्षों से ख़राब रहे हैं। 1947 में ब्रिटेन से आज़ादी के बाद से, भारत और पाकिस्तान ने तीन युद्ध लड़े हैं, उनमें से दो कश्मीर के मुस्लिम-बहुल हिमालयी क्षेत्र को लेकर हैं, जिस पर वे दोनों पूर्ण रूप से दावा करते हैं लेकिन आंशिक रूप से शासन करते हैं।
भारत का कहना है कि पाकिस्तान ने उन आतंकवादियों की मदद की है जो 1980 के दशक से कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों से लड़ रहे हैं। पाकिस्तान ने आरोप से इनकार किया है और कहा है कि वह आत्मनिर्णय चाहने वाले कश्मीरियों को केवल राजनयिक और नैतिक समर्थन प्रदान करता है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, “इस बात पर जोर दिया गया कि संयुक्त राज्य अमेरिका को ऐसे बयान जारी करने से बचना चाहिए जिन्हें पाकिस्तान के खिलाफ भारत के निराधार और राजनीति से प्रेरित कथन को बढ़ावा देने के रूप में माना जा सकता है।
पाकिस्तान ने यूएस राजनयिक से यह भी कहा कि “इस बात पर भी जोर दिया गया कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग अच्छी तरह से चल रहा है और विश्वास और समझ पर केंद्रित एक बेहतर वातावरण, पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए जरूरी है।