एक सप्ताह और फिर टाटा की हो जाएगी एयर इंडिया
मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एक के बाद राष्ट्रीय कंपनियों एवं संपत्ति के निजीकरण में लगी हुई है। इसी क्रम में अब एयर इंडिया की नौबत पहुंची है जो अगले सप्ताह के बाद से निजी हाथों में चली जाएगी।
एक सप्ताह के बाद एयर इंडिया को टाटा की हवाले कर दिया जाएगा। सरकार के वरिष्ठ अधिकारीयों के अनुसार इस सप्ताह के अंत तक एयर इंडिया को टाटा समूह को सौंपा जा सकता है।
याद रहे कि सरकार ने पिछले साल आठ अक्टूबर को एक प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिये टाटा संस की एक कंपनी की तरफ से लगाई गई बोली को स्वीकार कर एयर इंडिया के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। एयर इंडिया के साथ उसकी किफायती विमान सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस की भी शत-प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री की जाएगी। साथ ही उसकी ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी एआईएसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा समूह को दी जाएगी।
टाटा की ओर से एयर इंडिया की बोली लगाने एवं इसे हासिल करने के बाद सरकार की ओर से कहा गया था कि इस अधिग्रहण से जुड़ी औपचारिकताओं को दिसंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, हालांकि बाद में इसमें देरी हुई।
सोमवार को सरकारी अधिकारियों ने कहा कि इस सौदे को लेकर बाकी औपचारिकताएं अगले कुछ दिनों में पूरी होने की उम्मीद है और इस सप्ताह के अंत तक विमानन कंपनी को टाटा समूह को सौंप दिया जाएगा। सरकार ने 25 अक्टूबर को 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया की बिक्री के लिए टाटा संस के साथ समझौता किया था। टाटा सौदे के एवज में सरकार को 2,700 करोड़ रुपये नकद देगी और एयरलाइन पर बकाया 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगी।
एयर इंडिया वर्ष 2007-08 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से ही लगातार घाटे में चल रही थी। गत 31 अगस्त को उस पर कुल 61,562 करोड़ रुपये का बकाया था।