‘बिलक़ीस के गुनहगारों को बचाने वाली बीजेपी के लिए अब चेहरा छिपाना मुश्किल: कांग्रेस
एक साल, 4 महीने और 23 दिन बाद आखिरकार बिलक़ीस बानो को आंशिक न्याय मिल गया है। सभी दोषियों को वापस जेल भेजने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार और गुजरात राज्य सरकार की आलोचना हो रही है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी शासन के मुंह पर तमाचा बताते हुए कहा कि इस कांड के अपराधियों को बचाने वाली बीजेपी को अब अपना चेहरा छिपाने की जगह नहीं मिल रही है।
सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और अलका लांबा ने कहा कि इस फैसले के बाद गुजरात की भाजपा सरकार पूरी तरह बेनकाब हो गयी है।
गुजरात सरकार गैंगरेप जैसे जघन्य अपराध के सज़ायाफ्ता अपराधियों को जेल को जेल में सभी सुविधाएँ उपलब्ध करायीं और उन्हें बचाने का बार-बार प्रयास किया, लेकिन अंततः सत्य की जीत हुई। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में इस मुद्दे को रोकने की सैकड़ों कोशिशें हुईं लेकिन उन्होंने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ”बलात्कारियों को जिस तरह संरक्षण दिया गया, अब इसके बाद उनके पास मुंह छिपाने की कोई जगह नहीं है। भाजपा की सारी बयानबाजी बेनकाब हो गई है और भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। जेल में रहने के बावजूद सभी अपराधियों को भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा बहुत सारी सुविधाएं दी गईं, लेकिन पाप इतनी आसानी से नहीं मिटता और न ही इतनी आसानी से छिपता है।”
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को महत्वपूर्ण बताया और कहा किसुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले ने सरकार के सामने आईना रख कर उसे उसका अहंकारी चेहरा दिखाया है। उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर 2022 को कांग्रेस ने कहा था कि यह एक कलंक है जो आसानी से नहीं मिटेगा और इसका अंतिम फैसला भी आएगा।