ज़ाकिर नायक को कोई राहत नहीं, सरकार ने बैन बढ़ाया केंद्र सरकार ने विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नायक के फाउंडेशन पर लगाए गए बैन को 5 साल के लिए बढ़ा दिया है।
जाकिर नायक को कोई राहत न देते हुए केंद्र सरकार ने उसके नेतृत्व वाले इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन { आईआरएफ } पर लगे प्रतिबंध को 5 वर्ष के लिए बढ़ा दिया है। जाकिर नायक फिलहाल मलेशिया में रह रहा है।
केंद्र सरकार ने सबसे पहले 2016 में जाकिर नायक के नेतृत्व वाले इस्लामिक रिसर्च फॉउंडेशन को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून 1967 { 1967 /37 } के तहत एक गैर कानूनी संगठन घोषित किया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा है कि इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन देश की सुरक्षा के लिए हानिकारक गतिविधियों में शामिल है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार आईआरएफ उन गतिविधियों में शामिल है जो देश की शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने तथा देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बिगाड़ने में सक्षम है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार जाकिर नायक के द्वारा दिए गए भाषण एवं बयान आपत्तिजनक है तथा वह काफी विध्वंसक है। उस के माध्यम से विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच नफरत और दुश्मनी को बढ़ावा मिल रहा है। जाकिर नाईक देश विदेश से संबंध रखने वाले एक खास धर्म के युवाओं को आतंकवादी गतिविधियां अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह जाकिर नायक अंतर्राष्ट्रीय उपग्रह टीवी नेटवर्क, प्रिंट और सोशल मीडिया तथा इंटरनेट के माध्यम से दुनियाभर के लाखों लोगों को संबोधित करता है तथा कट्टरपंथी भाषण एवं बयान देता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यूएपीए के तहत आईआरएफ पर लगाए गए प्रतिबंध को 5 साल और बढ़ाने का फैसला लिया है।