कांग्रेस कार्यशैली में बदलाव की जरूरत, पार्टी के लिए चिंतन का समय

कांग्रेस कार्यशैली में बदलाव की जरूरत, पार्टी के लिए चिंतन का समय

कांग्रेस को पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में अपमान जनक हार का सामना करना पड़ा है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में करारी हार के बाद राष्ट्रीय विकल्प के तौर पर कांग्रेस के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

कांग्रेस में जहां एक ओर सीडब्ल्यूसी की बैठक चल रही है वहीँ पार्टी के भविष्य को लेकर उठ रहे सवालों के बीच गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा है कि पार्टी को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जी 23 समूह के नेताओं समेत अन्य नेताओं से बातचीत कर पार्टी को मजबूत करने के लिए उपयोगी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

पटेल ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी के भीतर निर्णय लेने में देर नहीं होनी चाहिए तथा युवाओं और वरिष्ठ नेताओं के बीच अच्छा तालमेल बनाया जाना जरूरी है। हार्दिक पटेल ने कहा कि चुनाव नतीजे बेहद चौंकाने वाले रहे हैं। विशेषकर उत्तराखंड, पंजाब और गोवा के चुनाव नतीजों को लेकर मैं हैरान हूं। हमें लगता है कि इन राज्यों में हमारी जो रणनीति थी उसमें हम विफल रहे हैं। यह हमारे लिए चिंतन का विषय है। हमें अब कहीं ना कहीं अपनी रणनीति में बदलाव लाना होगा।

याद रहे कि कांग्रेस को पंजाब में सत्ता गंवानी पड़ी है, वहीं उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। हार्दिक पटेल पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बाद चर्चा में आए थे। 2019 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति की शुरुआत की थी। जुलाई 2020 में उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया था।

हार्दिक पटेल आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा के मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण फिलहाल चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। हार्दिक पटेल ने संगठन में बदलाव का समर्थन न करते हुए कहा कि बदलाव की जरूरत नहीं सिर्फ कार्य पद्धति में बदलाव लाने की आवश्यकता है। कमान सोनिया गांधी जी के हाथ हो या प्रियंका, राहुल गांधी के पास, वह सही है। राज्य के नेतृत्व की गलती हम मान सकते हैं, राज्य में गुटबंदी है। राज्य में हर नेता अपनी अपनी राजनीति चमकाने में लगा हुआ है। ऐसा क्यों नहीं हो सकता कि हम संगठन को मजबूत करने के बारे में निर्णय लें।

हार्दिक ने पार्टी नेतृत्व पर उठ रहे सवालों के जवाब में कहा कि राहुल और प्रियंका गांधी ने चुनाव में बहुत मेहनत की। सवाल उठाने वाले लोगों ने क्या किया ? जो लोग कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं उन्होंने कांग्रेस की मदद के लिए क्या किया ?

हार्दिक पटेल ने कहा कि पार्टी में निर्णय लेने में समय लग जाता है इस पर काम होने की जरूरत है। निर्णय जल्द लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं और वरिष्ठ नेताओं के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है। पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को बाहर का रास्ता दिखाना जरूरी है।

जी 23 समूह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें शामिल लोग वरिष्ठ नेता एवं सुलझे हुए लोग हैं। उनके साथ चर्चा की जानी चाहिए कि वह चाहते क्या हैं। वह पार्टी के बड़े चेहरे रह चुके हैं उनके साथ बातचीत करनी चाहिए।

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