एनडीए की लगातार तीसरी जीत ने भारत में स्थिरता का संदेश दिया: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्थिरता, निरंतरता और समाधान को आज की दुनिया की सबसे बड़ी आवश्यकता बताते हुए कहा कि केंद्र में एनडीए की लगातार तीसरी जीत ने भारत में स्थिरता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में बीजेपी की लगातार सफलता ने इस स्थिरता के संदेश को और मजबूत किया है। वह राजधानी में ‘एनडीटीवी वर्ल्ड समिट’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मिली उपलब्धियों को देखते हुए आज दुनिया भविष्य के समाधान के लिए भारत की ओर देख रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के हर कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश के लोगों की प्रगति के साथ-साथ ‘निरंतरता’ (स्वस्थ और सतत विकास) सुनिश्चित करना है। भारत और विदेश के प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “छह दशकों में पहली बार, देश के लोगों ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को अपना समर्थन दिया है, यह स्थिरता का स्पष्ट संदेश है। यहां तक कि हरियाणा में हुए हाल के चुनावों में भी भारतीय जनता ने इस स्थिरता की भावना को मजबूत किया है।”
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को देश के लोगों का पूरा समर्थन प्राप्त है और 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य भारत के 140 करोड़ लोगों का लक्ष्य बन गया है। अब लोग इस लक्ष्य को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने ने कहा कि, 21वीं सदी का यह समय मानव इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण समय है। ऐसे में आज की दुनिया की बड़ी जरूरतें स्थिरता, निरंतरता और समाधान हैं। ये मानवता के भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक परिस्थितियाँ हैं और आज भारत इन्हें हासिल करने की कोशिश कर रहा है। इसमें भारत के लोगों के लिए एक निश्चित समाधान है।
उन्होंने कहा कि आज भारत आकांक्षाओं से भरा देश है। इसे ‘एस्पिरेशनल इंडिया’ (एआई) बताते हुए उन्होंने कहा कि जब ‘एस्पिरेशनल इंडिया’ और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की ताकत एक साथ आएगी तो स्वाभाविक रूप से विकास की गति बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन शानदार रहा है और वैश्विक एजेंसियों ने भारत की विकास दर के अनुमानों को बेहतर किया है। उन्होंने कहा, “आज भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है। इस युवा देश की शक्ति और क्षमता हमें आसमान की ऊंचाइयों तक ले जा सकती है। इसके लिए हमें अभी बहुत कुछ करना है और हमें इसे बहुत तेजी से करना है।”
अपने 10 साल के कार्यकाल की कुछ उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। इस दौरान लगभग 12 करोड़ शौचालय बनाए गए और 16 करोड़ लोगों को खाना पकाने के लिए गैस के कनेक्शन मिले हैं। इसी तरह, पिछले 10 वर्षों में, भारत में 350 से अधिक मेडिकल कॉलेज और 15 से अधिक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) स्थापित हुए हैं। इन 10 वर्षों में, भारत में डेढ़ लाख से अधिक नए स्टार्टअप बने और 8 करोड़ युवाओं ने पहली बार ‘मुद्रा लोन’ लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सफलता का मापदंड सिर्फ यह नहीं है कि हमने क्या हासिल किया है, अब हम यह देख रहे हैं कि हमारा भविष्य का लक्ष्य क्या है और हमें कहां पहुंचना है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी प्रगति में पूरी मानवता की प्रगति देखता है और दुनिया भी भारत पर विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि यह देखकर अच्छा लगता है कि भारत की उपलब्धियों से दुनिया खुश होती है क्योंकि दुनिया जानती है कि भारत की आर्थिक प्रगति और विकास से सभी को लाभ होगा। भारत हमेशा से दुनिया की आर्थिक समृद्धि में एक प्रेरक रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का लोकतांत्रिकरण करके भारत ने दुनिया के सामने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया। जनधन, आधार कार्ड और मोबाइल फोन (जेम) के संगम ने जनसुविधाओं की डिलीवरी में गति सुनिश्चित की और हानियों को काफी हद तक समाप्त कर दिया।