प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश को आत्मनिर्भर बनाने में शिक्षा, अनुसंधान और कौशल विकास के महत्व के बारे में बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: इस साल के बजट में शिक्षा, कौशल, अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसमें अगले पांच वर्षों में अनुसंधान पर खर्च किए जाने के लिए 50,000 करोड़ रुपये रखे गए थे। उन्होंने आगे कहा कि नेशनल रिसर्च फाउंडेशन भारत में शिक्षा और कौशल को बढ़ावा देगा।
भारतीय न्यूज़ एजेंसी इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार नेशनल एजुकेशन पालिसी के उद्घाटन सत्र पीएम मोदी ने कहा कि इससे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में, महिलाओं की उपस्थिति में भी सुधार हुआ है। इसके अलावा, हैकाथॉन की संस्कृति युवा दिमागों को प्रोत्साहित करेगी,
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने स्थानीय भाषा के उपयोग को बढ़ावा दिया है और अब भारतीय भाषा में देश और दुनिया में उपलब्ध सर्वोत्तम सामग्री को तैयार किया जाना चाहिए और ऐसा करना आज के टेक्नोलॉजी के दौर में यक़ीनी तौर पर संभव है ।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट ने शिक्षा को रोजगार और उद्यमशीलता की क्षमता के साथ जोड़ने के हमारे प्रयासों को व्यापक बनाया हैसाथ ही उन्होंने कहा इन प्रयासों के नतीजे में आज भारत साइंसी प्रकाशनों के मामले में शीर्ष तीन देशों में शामिल है
पीएम मोदी ने कहा कि ज्ञान और शोध को सीमित करना देश की क्षमता के साथ एक बड़ा अन्याय है। इस नेशनल एजुकेशन पालिसी द्वारा हमारे प्रतिभाशाली युवाओं के लिए अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा, डीआरडीओ, कृषि जैसे कई क्षेत्रों के दरवाजे खोले जा रहे हैं।